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प्रादेशिक

तेलंगाना, आंध्र में भी उबेर पर प्रतिबंध

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हैदराबाद| तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में अधिकारियों ने उबेर कैब सेवा पर प्रतिबंध लगा दिया है। दोनों राज्यों के परिवहन विभाग ने कहा है कि उबेर को राज्य में परिचालन की इजाजत नहीं है। इसके अलावा लोगों को ऐप आधारित कैब सेवा का इस्तेमाल न करने की सलाह दी गई है। हैदराबाद और पड़ोसी रंगा रेड्डी जिले में बुधवार को सड़क परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) की विशेष टीमों एवं पुलिस ने उबेर और परिचालित अन्य गैर कानूनी कैब सर्विस के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की।

इस दौरान अधिकारियों ने हैदराबाद में कई कैब जब्त किए। सरकार ने यह कदम देश की राजधानी दिल्ली में उबेर कंपनी के एक कैब ड्राइवर द्वारा 26 वर्षीया महिला से कैब में दुष्कर्म किए जाने के बाद उठाया गया है। तेलंगाना के परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि उबेर जैसी अन्य कंपनियों पर भी प्रतिबंध लगाया जाएगा। अधिकारी ने कहा, “उबेर महज एक वेब आधारित संगठन है। हम गैर लाइसेंसी और गैर पंजीकृत कैब संचालकों को संचालन की अनुमति नहीं देंगे।”

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गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही छात्रा की ब्रेन हैमरेज से मौत, आए थे 99.70 फीसदी अंक

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अहमदाबाद। गुजरात बोर्ड की टॉपर हीर घेटिया की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई है। 11 मई को गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) के नतीजे आए थे। हीर इसके टॉपर्स में से एक थी। उसके 99.70 फीसदी अंक आये थे। मैथ्स में उसके 100 में से 100 नंबर थे। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। बीते महीने राजकोट के प्राइवेट अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वो घर चली गई, लेकिन क़रीब एक हफ़्ते पहले उसे सांस लेने में फिर दिक़्क़त होने लगी और दिल में भी हल्का दर्द होने लगा।

इसके बाद उसे अस्पताल में ICU में भर्ती कराया गया था। हाॅस्पिटल में एमआरआई कराने पर सामने आया कि हीर के दिमाग का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इसके बाद हीर को सीसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि डाॅक्टरों की लाख कोशिशों के बाद ही उसे बचाया नहीं जा सका और 15 मई को हीर ने दम तोड़ दिया। हीर की मौत के बाद परिवार ने मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखों और शरीर को डोनेट करने का फैसला किया।

हीर के पिता ने कहा, “हीर एक डॉक्टर बनना चाहती थी। हमने उसका शरीर दान कर दिया ताकि भले ही वह डॉक्टर न बन सके लेकिन दूसरों की जान बचाने में मदद कर सकेगी।

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