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प्रादेशिक

उत्तराखंड में फंसे आंध्र, तेलंगाना के तीर्थयात्री

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हैदराबाद,उत्तराखंड में आई बाढ़,तेलुगू तीर्थयात्री फंसे,आंध्र प्रदेश सरकार,उत्तराखंड, मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू

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हैदराबाद | उत्तराखंड में आई बाढ़ के कारण 100 से अधिक तेलुगू तीर्थयात्री फंसे हुए हैं, तथा तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की सरकारें उन्हें सुरक्षित निकालने की कोशिश में जुटी हुई हैं। नई दिल्ली में मौजूद आंध्र प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि के. राममोहन राव ने कहा कि उत्तराखंड में फंसे राज्य के 135 तीर्थयात्रियों को शनिवार शाम तक नई दिल्ली वापस लाया जाएगा।

उन्होंने बताया कि अधिकारी तीर्थयात्रियों को दिल्ली से उनके घर भेजने की व्यवस्था भी कर रहे हैं। इससे पहले आंध्र के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने दिल्ली में तैनात राज्य के रेजिडेंट कमिश्नर को तीर्थयात्रियों की सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। भारी बारिश के कारण सड़क मार्ग से संपर्क टूट जाने के कारण बद्रीनाथ जा रहे तीर्थयात्री चार दिनों से बीच मार्ग में ही फंसे हुए हैं। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री पूरे हालात पर नजर रखे हुए हैं। राहत एवं बचाव कार्य पर नजर रखने के लिए आंध्र प्रदेश भवन के एक वरिष्ठ अधिकारी हरिद्वार पहुंच चुका है।

इस बीच तेलंगाना सरकार उत्तराखंड में बड़ी संख्या में राज्य के तीर्थयात्रियों के फंसे होने की जानकारी मिलने के बाद सजग हो गई है। मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी राज्य के तीर्थयात्रियों के संबंध में सूचना प्राप्त करने के लिए उत्तराखंड के अधिकारियों के लगातार संपर्क में हैं। तेलंगाना भवन के रेजिडेंट कमिश्नर शशांक गोयल ने बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित जिलों रुद्रप्रयाग और चमोली के जिलाधिकारियों से बात की और वहां फंसे तेलंगाना के तीर्थयात्रियों के बारे में जानकारी ली। तेलंगाना सरकार ने दिल्ली में हेल्पलाइन नंबर भी शुरू कर दिए हैं।

ये हेल्पलाइन नंबर हैं : 011-23380558 (रेजिडेंट कमिश्नर), 09871999052 (असिस्टेंट कमिश्नर)

नेशनल

दिल्ली के विवेक विहार के बेबी केयर सेंटर में लगी आग, 7 बच्चों की मौत

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नई दिल्ली| दिल्ली के विवेक विहार में शनिवार रात एक बेबी केयर सेंटर में आग लगने से 7 बच्चों की मौत हो गई. पांच बच्चों का इलाज दूसरे अस्पताल में चल रहा है। अस्पताल से 12 नवजात बच्चों का रेस्क्यू किया गया था। इनमें से छह बच्चों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जबकि एक की पहले ही मौत हो चुकी थी। बताया जा रहा है कि ऑक्सीजन सिलिंडर फटने से अस्पताल में आग लगी थी।

जानकारी के अनुसार दमकल विभाग को रात 11:32 पर आग लगने की सूचना मिली थी. जिसके तुरंत बाद मौके पर दमकल विभाग की 9 गाड़ियां भेजी गई. पुलिस और दमकल विभाग ने 12 बच्चों को रेस्क्यू किया, जिनमें से 7 की मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार 5 बच्चे अस्पताल में एडमिट है। ईस्ट दिल्ली एडवांस्ड केयर हॉस्पिटल में बच्चों को एडमिट किया गया है दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि विवेक विहार में आईआईटी, ब्लॉक बी के पास एक शिशु देखभाल केंद्र से आग लगने की सूचना मिलते ही कुल नौ दमकल गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं थी।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बच्चों के अस्पताल में आग की ये घटना हृदयविदारक है। घटना के कारणों की जांच की जा रही है और जो भी इस लापरवाही का ज़िम्मेदार होगा, वो बख्शा नहीं जाएगा। दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने नवजात शिशुओं की मौत पर स्वास्थ्य सचिव से रिपोर्ट तलब की है। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाएगी। जो भी व्यक्ति दोषी हैं। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में सहानुभूति के सारे शब्द कम हैं।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस हादसे में, जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खोया है, हम उनके साथ खड़े हैं। घटनास्थल पर सरकार और प्रशासन के अधिकारी घायलों को इलाज मुहैया करवाने में लगे हुए हैं। दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि अस्पताल में सात बच्चों को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि पांच नवजात शिशुओं का इलाज चल रहा है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए जीटीबी अस्पताल ले जाया गया है।

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