Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

अमेरिकी, जापानी फाइबर प्रीफार्म पर चीन में एंटी-डंपिंग शुल्क

Published

on

Loading

बीजिंग। चीन का वाणिज्य मंत्रालय जापान और अमेरिका की कंपनियों के फाइबर ऑप्टिकल प्रीफॉर्म पर एंटी-डंपिंग शुल्क लगाएगा, क्योंकि सरकार के मुताबिक दोनों देशों की कंपनियां चीन में अपने अत्यधिक सस्ते उत्पाद खपा रही हैं। पिछले वर्ष 19 मार्च को शुरू की गई जांच में यह बात सामने आई कि जापान और अमेरिका की डंपिंग गतिविधियों से चीन के ऑप्टिकल फाइबर उत्पादकों के हितों को नुकसान पहुंच रहा है।

मंत्रालय ने जापान एवं अमेरिका से फाइबर आप्टिक्स आयात करने वाली घरेलू कंपनियों से एंटी-डंपिंग शुल्क का भुगतान करने के लिए कहा। यह शुल्क सीमा शुल्क के आठ फीसदी से 41.7 फीसदी तक होगा।

मंत्रालय के इस कदम से हार्मोनाइजेशन सिस्टम कोड (एचएस-कोड) 70022010 वाले उत्पाद प्रभावित होंगे, लेकिन 60 मिलीमीटर से कम व्यास वाले उत्पादों पर इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा।

ऑप्टिकल फाइबर प्रीफार्म शीशे की एक वस्तु होती है, जिसका इस्तेमाल ऑप्टिकल फाइबर के निर्माण में होता है।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

Continue Reading

Trending