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नेशनल

जब अटल हुए थे फ़ेक न्यूज़ का शिकार, खुद किया था अपनी प्रशंसा का खंडन

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अटल बिहारी वाजपेयी

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नई दिल्ली। पूरा देश इस समय शोक की लहर में डूबा है। दिल्ली के AIIMS अस्पताल में गुरूवार को देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का लंबे संघर्ष के बाद निधन हो गया। ‘आज की खबर’ अटल जी को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करता हैं। हर ओर अटल जी से जुड़े राजनीतिक किस्सों की चर्चा है ऐसे में एक किस्सा वो भी है जब अटल फेक न्यूज़ का शिकार हो गए थे और उन्होंने खुद चारों ओर से मिल रही प्रशंसा का खंडन करते हुए सत्य को उजागर किया था।

इस प्रसंग में अटल जी ने अपने एक आत्मकथ्य में लिखा है कि, “मैं भी उन लोगों में शामिल था जिन्होंने इंदिरा जी के बांग्लादेश के मामले में सफल नेतृत्व के लिए उनकी भूरि-भूरि प्रशंसा की थी किंतु यह धारणा गलत है कि मैंने किसी वक्त उन्हें ‘दुर्गा’ कहा था। मैंने उनकी तारीफ़ ज़रूर की थी पर उन्हें ‘दुर्गा’ नहीं कहा था। इस तथ्य को मैं कई बार स्पष्ट कर चुका हूँ किंतु प्रचलित धारणा इतनी बद्धमूल है कि अभी भी लोग इस बात के लिए मेरी प्रशंसा करते हैं कि मैने संकट काल में सारे राजनीतिक मतभेदों को ताक पर रखकर सरकार को पूर्ण सहयोग दिया था और इंदिरा जी को ‘दुर्गा’ के रूप मे वर्णित किया था। जब श्रीमती पुपुल जयकर इंदिरा जी की जीवनी लिख रही थी तो वह उसमें इस बात का उल्लेख करना चाहती थीं किंतु मेरे मना करने पर उन्होंने उल्लेख तो नहीं किया पर इस बात की गहरी छानबीन ज़रूर की थी कि मैंने इंदिरा जी को ‘दुर्गा’ कहा था या नहीं। संसद की कार्यवाई और उस समय के समाचार पत्रों को देखने के पश्चात् उन्हें यह विश्वास हो गया कि था कि मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा था। प्रश्न यह है कि यह समाचार फिर फैला कैसे? मुझे लगता है कि उस समय किसी और नेता ने इंदिरा जी को ‘दुर्गा’ के रूप मे वर्णित किया था और कुछ पत्रों ने उनके कथन को मेरे नाम से छाप दिया। इंदिरा जी के साथ संसद में मेरी नोंक-झोंक होती रहती थी किंतु राजनीतिक मतभेदों को उन्होंने कभी व्यक्तिगत संबंधों में बाधक नहीं बनने दिया।”

अपनी व्यक्तिगत प्रशंसा का खंडन कर सत्य के साथ खड़े होने की प्रतिभा सिर्फ स्वर्गीय अटल जी में ही थे। आज अटल जी हमारे बीच नहीं हैं। हम अटल जी के निधन पर उन्हें पुनः अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। सदियां बीत जाएंगी लेकिन अटल जी जैसा जननेता शायद ही कभी पैदा होगा।

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भाजपा का परिवार आरक्षण ख़त्म करना चाहता है: अखिलेश यादव

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एटा। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एटा में सपा प्रत्याशी देवेश शाक्य के समर्थन में संविधान बचाओ रैली को संबोधित किया। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान बचेगा तो लोकतंत्र बचेगा और लोकतंत्र बचेगा तो वोट देने का अधिकार बचेगा। अखिलेश यादव ने दावा किया कि ये अग्निवीर व्यवस्था जो लेकर आए हैं इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी तो अग्निवीर व्यवस्था समाप्त कर पहले वाली व्यवस्था लागू करेंगे।

उन्होंने आरक्षण मामले पर आरएसएस पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के साथ एक सबसे खतरनाक परिवार है, जो आरक्षण खत्म करना चाहता है। अब उन्हें वोट चाहिए तो वह कह रहे हैं कि आरक्षण खत्म नहीं होगा।

उन्होंने आगे कहा कि मैं पूछना चाहता हूं अगर सरकार की बड़ी कंपनियां बिक जाएंगी तो क्या उनमें आरक्षण होगा? उनके पास जवाब नहीं है कि नौकरी क्यों नहीं दे रहे हैं? लोकसभा चुनाव संविधान मंथन का चुनाव है। एक तरफ वो लोग हैं जो संविधान को हटाना चाहते हैं। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन और समाजवादी लोग हैं जो संविधान को बचाना चाहते हैं। यह चुनाव आने वाली पीढ़ी के भविष्य का फैसला करेगा। वो लोग संविधान के भक्षक हैं और हम लोग रक्षक हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि एटा के लोगों को भाजपा ने बहुत धोखा दिया है। इनका हर वादा झूठा निकला। दस साल में एक लाख किसानों ने आत्महत्या की है। उनकी आय दोगुनी नहीं हुई। नौजवानों का भविष्य खत्म कर दिया गया है। हर परीक्षा का पेपर लीक हो रहा है।

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