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उत्तराखंड

उत्तराखंड: सिलक्यारा सुरंग के मुहाने पर बनेगा बौखनाग देवता का मंदिर, नवयुग कंपनी ने किया भूमि पूजन

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Temple of Boukhnag God will be built at the mouth of Silkyara Tunnel

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उत्तरकाशी। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिलक्यारा सुरंग निर्माण करने वाली नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी ने सोमवार को सुरंग के मुहाने के निकट बौखनाग देवता मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया। इस कार्यक्रम में नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी के अधिकारी शामिल हुए। भले ही अभी मंदिर का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है। मंदिर के लिए पहले भूमि विकास का कार्य किया जाना है।

सुरंग में कैविटी उपचार और निर्माण की अनुमति मिलेगी। अभी सिलक्यारा पोलगांव बडकोट सुरंग में सन्नाटे की स्थिति है। सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को सकुशल निकाले जाने का कार्य पूरा होने पर 1 दिसंबर को नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी के अधिकारी और कर्मचारी बौखनाग टॉप स्थित मंदिर में पहुंचे। जहां उन्होंने सिलक्यारा सुरंग के पास भव्य मंदिर बनाए जाने का भी आश्वासन दिया।

बाबा बौखनाग को किया गया था स्थापित

गौरतलब है कि सिलक्यारा सुरंग में जब श्रमिक फंसे तो तब स्थानीय निवासियों ने नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी से स्थानीय देवता बौखनाग से कामना करने को कहा है। कंपनी के अधिकारी बौखनाग देवता के पुजारी के पास भाटियागांव भी पहुंचे। इसके साथ ही सुरंग के पास एक छोटा मंदिर भी कंपनी ने स्थापित किया। इस मंदिर में सुबह और शाम के समय नियमित पूजा अर्चना चल रही है।

रेस्क्यू सफल होने पर मंदिर बनवाने का किया गया था वादा

नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश पंवार ने बताया कि सिलक्यारा सुरंग में खोज बचाव के सफल होने की बौखनाग देवता से कामना की गई थी। कंपनी की ओर से मंदिर निर्माण का वचन दिया गया था। इसलिए सोमवार को सिलक्यारा सुरंग के पास मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया गया। भूमि पूजन का दिन पहले से ही तय था।

अभी बंद है सिलक्यारा सुरंग में निर्माण कार्य

हादसे के बाद से ही अभी सुरंग का निर्माण बडकोट और सिलक्यारा की ओर से बंद है। सभी मशीन बंद हैं। जब सुरंग में काम करने की अनुमति मिलेगी। तब मशीनों के जरिये मंदिर निर्माण के लिए स्थल विकास का कार्य किया जाएगा। राजेश पंवार ने बताया कि निर्माण कब शुरू होगा कुछ पता नहीं है। बस इंतजार किया जा रहा है।

उत्तराखंड

10 मई से शुरू हो रही चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, पहले ही दिन हुए 2 लाख से ज्यादा पंजीकरण

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नई दिल्ली। इस बार 10 मई से चारधाम यात्रा शुरू हो रही है। इसके लिए सोमवार से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई। पहले ही दिन चार धाम के लिए दो लाख से अधिक पंजीकरण हो गए हैं। सबसे अधिक 69 हजार पंजीकरण केदारनाथ धाम के लिए हुए हैं।

रजिस्ट्रेशन की सुविधा मोबाइल ऐप, वॉट्सऐप और टोल फ्री नंबर पर भी है। केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी होगा। इस बार चारधाम यात्रा शुरू होने से 25 दिन पहले यात्रियों को रजिस्ट्रेशन की सुविधा दी जा रही है, जिससे प्रदेश के बाहर से आने वाले यात्री अपना प्लान बनाकर आसानी से रजिस्ट्रेशन कर सकें।

रजिस्ट्रेशन के लिए नाम, मोबाइल नंबर के साथ यात्रा करने वाले सदस्यों का ब्योरा, निवास स्थान के पते के लिए आईडी देनी होगी। पर्यटन विभाग की वेबसाइट रजिस्ट्रेशन एंड टूरिस्ट केअर डॉट यूके डॉट जीओवी डॉट इन पर लॉगिन कर रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। इसके अलावा वॉट्सऐप नंबर-8394833833 पर यात्रा लिखकर मैसेज करके भी पंजीकरण कर सकते हैं। पर्यटन विभाग ने टोल फ्री नंबर-0135-1364 पर कॉल करके पंजीकरण की सुविधा दी है। स्मार्ट फोन पर टूरिस्टकेअरउत्तराखंड मोबाइल ऐप से भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

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