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उत्तराखंड

सर्वे रिपोर्टः शिक्षा में केरल को टक्कर दे रहा उत्तराखंड

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शिक्षा में केरल को टक्कर दे रहा उत्तराखंड, नेशनल सैंपल सर्वे रिपोर्ट में खुलासा, साक्षरता के मामले में अब भी उत्तराखंड पीछे, उत्तराखंड में सरकारी शिक्षा का बुरा हाल

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शिक्षा में केरल को टक्कर दे रहा उत्तराखंड, नेशनल सैंपल सर्वे रिपोर्ट में खुलासा, साक्षरता के मामले में अब भी उत्तराखंड पीछे, उत्तराखंड में सरकारी शिक्षा का बुरा हाल

देहरादून। भले ही उत्तराखंड में सरकारी शिक्षा का बुरा हाल है लेकिन साक्षरता और शिक्षा दोनों के औसत में राज्य केरल को टक्कर दे रहा है। उच्च शिक्षा में उत्तराखंड केरल से भी आगे है जबकि साक्षरता के मामले में अब भी उत्तराखंड केरल के मुकाबले काफी पीछे हैं। उत्तराखं डमें कुल साक्षरता 77 प्रतिशत है जबकि केरल में यह 88 फीसदी है। प्रति हजार लोगों की आबादी पर उच्च शिक्षित पुरुषों में केरल के मुकाबले उत्तराखंड आगे है जबकि महिलाओं में केरल आगे है।

नेशनल सैंपल सर्वे रिपोर्ट में खुलासा

सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की एजुकेशन से जुड़ी नेशनल सैंपल सर्वे रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में कुछ परिणाम चैंकाने वाले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखंड में प्रति एक हजार 29 पोस्ट ग्रेजुएट, 78 ग्रेजुएट, 6 डिप्लोमाधारक, 133 बारहवीं पास पुरुष हैं। जबकि केरल में 16 पोस्ट ग्रेजुएट, 62 ग्रेजुएट, 50 डिप्लोमाधारक, 91 बाहरवीं पास पुरुष हैं। महिलाओं की साक्षरता के मामले में हालांकि केरल थोड़ा आगे है।

साक्षरता के मामले में अब भी प्रदेश पीछे

उत्तराखंड में 19 पोस्ट ग्रेजुएट, 39 ग्रेजुएट, 3 डिप्लोमाधारक, 87 बाहरवीं पास, 121 दसवीं पास महिलाएं हैं, जबकि केरल में 20 पोस्ट ग्रेजुएट, 70 ग्रेजुएट, 40 डिप्लोमाधारक, 108 बारहवीं पास, 136 दसवीं पास महिलाएं हैं। इसके अलावा शिक्षा के तरीकों के हिसाब से देखें तो उत्तराखंड ने यहां भी केरल को टक्कर दी है। उत्तराखंड ग्रामीण क्षेत्रों में प्रति एक हजार 990 लोग सामान्य एजुकेशन वाले हैं, जबकि केरल में यह संख्या 894 है। उत्तराखंड के शहरी क्षेत्रों में प्रति एक हजार 963 लोग सामान्य एजुकेशन वाले हैं, जबकि केरल में यह संख्या 878 है। हालांकि वोकेशनल एजुकेशन में प्रति एक हजार में उत्तराखंड के ग्रामीण चार, केरल के ग्रामीण 15, उत्तराखंड के शहरी सात और केरल के शहरी 19 हैं।

उत्तराखंड की शिक्षा की एक और अहम बात यह सामने आई है कि यहां के प्राइमरी स्तर के बच्चे कोचिंग पर ज्यादा निर्भर नहीं हैं। प्राइमरी स्तर पर प्रति एक हजार में से 186 छात्र और 144 छात्राएं कोचिंग करती हैं, जबकि केरल में 227 छात्र और 206 छात्राएं कोचिंग करती हैं। अपर प्राइमरी स्तर पर भी उत्तराखंड में 207 छात्र और 39 छात्राएं कोचिंग करती हैं, जबकि केरल में 299 छात्र और 269 छात्राएं कोचिंग पर निर्भर रहती हैं।

 

उत्तराखंड

10 मई से शुरू हो रही चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, पहले ही दिन हुए 2 लाख से ज्यादा पंजीकरण

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नई दिल्ली। इस बार 10 मई से चारधाम यात्रा शुरू हो रही है। इसके लिए सोमवार से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई। पहले ही दिन चार धाम के लिए दो लाख से अधिक पंजीकरण हो गए हैं। सबसे अधिक 69 हजार पंजीकरण केदारनाथ धाम के लिए हुए हैं।

रजिस्ट्रेशन की सुविधा मोबाइल ऐप, वॉट्सऐप और टोल फ्री नंबर पर भी है। केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी होगा। इस बार चारधाम यात्रा शुरू होने से 25 दिन पहले यात्रियों को रजिस्ट्रेशन की सुविधा दी जा रही है, जिससे प्रदेश के बाहर से आने वाले यात्री अपना प्लान बनाकर आसानी से रजिस्ट्रेशन कर सकें।

रजिस्ट्रेशन के लिए नाम, मोबाइल नंबर के साथ यात्रा करने वाले सदस्यों का ब्योरा, निवास स्थान के पते के लिए आईडी देनी होगी। पर्यटन विभाग की वेबसाइट रजिस्ट्रेशन एंड टूरिस्ट केअर डॉट यूके डॉट जीओवी डॉट इन पर लॉगिन कर रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। इसके अलावा वॉट्सऐप नंबर-8394833833 पर यात्रा लिखकर मैसेज करके भी पंजीकरण कर सकते हैं। पर्यटन विभाग ने टोल फ्री नंबर-0135-1364 पर कॉल करके पंजीकरण की सुविधा दी है। स्मार्ट फोन पर टूरिस्टकेअरउत्तराखंड मोबाइल ऐप से भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

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