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यूपी में एग्रेसिव टेस्टिंग से हार रहा कोरोना, एक्टिव केस हुए 68% कम

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अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश में विगत 24 घण्टों में कोविड के 7,735 मामले आये हैै। इसी अवधि में 17,681 लोग कोविड-19 से ठीक हुये है, नये मामलों से 10 हजार अधिक है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में एक्टिव केसों की संख्या 1,06,276 है, जो 24 अप्रैल के एक्टिव केसों से लगभग 68 प्रतिशत कम है।

इसी तरह नये मामलों में लगभग 31 हजार की कमी आयी है। विगत 24 घण्टों में 2,89,810 कोविड-19 के टेस्ट किये गये है तथा अब तक 4 करोड़ 61 लाख टेस्ट किये जा चुके है। उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन 72,547 तथा निजी अस्पतालों में 8,635 कोविड मरीज है।

श्री सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा कोविड-19 संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए चलाये जा रहे एग्रेसिव टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट अभियान का स्थलीय निरीक्षण कर रहे है। मुख्यमंत्री जी द्वारा आज लखीमपुर खीरी जनपद के भ्रमण पर है। उनके द्वारा जनपद के गांव में जा कर कोविड-19 के अभियान को देखने के साथ साथ जनपदीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की जा रही है।
श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश में मार्च 2020 में पहला कोविड केस मिलने के बाद कोविड टेस्ट बढ़ाने के लिए बड़े स्तर पर आवश्यक प्रबन्ध किये गये। उन्होंने बताया कि 18 से 44 वर्ष वाले लोगों के साथ-साथ 45 वर्ष से अधिक आयु वालों का वैक्सीनेशन चल रहा है। अब तक लगभग 1.25 करोड़ लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गई तथा पहली डोज वाले लोगों में से लगभग 33 लाख लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गई। इस प्रकार कुल लगभग 1.58 करोड़ वैक्सीन की डोज लगायी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि 23 जनपदों में अब तक 18 से 44 वर्ष के आयुवर्ग को अब तक लगभग 8.52 लाख लोगों को वैक्सीन लगायी गयी है।
श्री सहगल ने बताया कि सर्विलान्स के साथ-साथ गाँव में लोगों से सम्पर्क करते हुए कोविड लक्षणयुक्त लोगों की पहचान कर उनका कोविड टेस्ट तथा उन्हें मेडिकल किट प्रदान की जा रही है। निगरानी समितियों के द्वारा गाँव में रहने वाले लोगों से सम्पर्क कर कोविड लक्षणों की जानकारी ली जा रही है। कोविड लक्षण मिलने वाले लोगों का आरआरटी टीम द्वारा एन्टीजन कोविड टेस्ट किया जा रहा है। गाँव में संक्रमणयुक्त लोगों को होम आइसोलेशन में रखने के लिए गाँव में ही पंचायत भवन/स्कूल/सरकारी इमारतों मंे आइसोलेट करके उनका उपचार किया जा रहा है। 31 मार्च से अब तक लगभग 65 प्रतिशत कोविड-19 टेस्ट ग्रामीण क्षेत्र में किये गये है। उन्होंने बताया कि सर्विलान्स के माध्यम से प्रदेश की 24 करोड़ जनसंख्या में से लगभग 17 करोड़ लोगों से उनका हालचाल लिया गया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा गांव में कोविड-19 प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए ‘‘मेरा गांव कोरोना मुक्त गांव’’ का अभियान चलाने के निर्देश दिये है। इसी तरह शहर में ‘‘मेरा वार्ड कोरोना मुक्त वार्ड’’ का अभियान चलाने के निर्देश दिये है।

श्री सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा ब्लैक फंगस बीमारी के संबंध निर्देश दिए गए हैं कि ब्लैक फंगस के उपचार की दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करायी जाये। ब्लैक फंगस को भी अधिसुचित बीमारी घोषित किया गया है। उन्होंनेे बताया कि प्रदेश स्तर पर बनी विशेषज्ञ चिकित्सक टीम के द्वारा ब्लैक फंगस बीमारी के सम्बन्ध में सभी चिकित्सालयों में आवश्यक सलाह दी जा रही है। पूर्व में वीडियों कान्फ्रेसिंग से माध्यम से ब्लैक फंगस बीमारी के सम्बन्ध में चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया गया था। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कोविड-19 की सम्भावित तीसरी लहर में बच्चो के स्वास्थ्य सुरक्षा के विशेष इंतजाम करने के उद्देश्य से सभी जिला अस्पतालों में पीडियाट्रिक आईसीयू को तैयार कराये जाने के निर्देश दिये है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के मेडिकल कालेजों में 100-100 बेड बनाने का कार्य प्रारम्भ हो गया है। जनपद के अस्पतालों में 20-20 बेड बच्चों के लिए आरक्षित किया जायेगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का प्रशिक्षण दिया जाए।

श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए कृतसंकल्प है और किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उनकी फसल को खरीदे जाने की प्रक्रिया कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए तेजी से चल रही है। 01 अप्रैल से 15 जून, 2021 तक गेहँू खरीद का अभियान जारी रहेगा। गेहँू क्रय अभियान में अब तक 06 लाख किसानों से 31,44,144.27 मी0 टन गेहूँ खरीदा गया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा निर्देश दिये गये है कि बरसात के मौसम में गेहूँ को भीगने से सुरक्षित रखा जाये। उन्होंने लोगों से अपील की है कि मास्क का प्रयोग करे, सैनेटाइजर व साबुन से हाथ धोते रहे तथा भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।

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राजस्थान के दौसा में सड़क किनारे सो रहे 11 लोगों को बेकाबू कार ने कुचला, तीन की मौत, 8 घायल

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दौसा। राजस्थान के दौसा में बड़ा सड़क हादसा हुआ है। यहाँ एक बेकाबू कार ने सड़क किनारे सो रहे 11 लोगों को कुचल दिया। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है जबकि 8 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मृतकों में एक बच्ची भी शामिल है। पुलिस ने बताया कि हादसे में दो घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि छह को आगे के इलाज के लिए जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रेफर किया गया। कार को जब्त कर लिया गया है, हालांकि चालक फरार है। उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है।

हादसा गुरुवार की रात करीब 11.15 बजे हुआ है। सभी मृतक व घायल खानाबदोश परिवार के लोग थे, जो टीकाराम पालीवाल गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पास सड़क किनारे झुग्गी में रहते थे। हेड कॉन्स्टेबल बृजकिशोर ने बताया कि रात करीब 11.20 बजे घटना की सूचना पुलिस को मिली थी। फौरन पुलिस मौके पर पहुंची। जांच में सामने आया कि तेज रफ्तार कार के ड्राइवर ने तेज गति और लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए सड़क किनारे सो रहे लोगों को कुचल दिया है। घटना की सूचना पर गुरुवार की देर रात महवा विधायक राजेंद्र मीणा हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने डॉक्टरों से घायलों का हालचाल जाना और थाना इंचार्ज जितेंद्र सोलंकी को कार ड्राइवर के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए कहा।

जयपुर स्थित एसएमएस हॉस्पिटल में ट्रॉमा सेंटर के इंचार्ज डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि दौसा के महवा से रेफर होकर 6 घायलों को यहां भर्ती किया गया था। इसमें से 1 दिलीप नाम के युवक को छुट्‌टी दे दी गई है। 5 अन्य को सर्जरी यूनिट में भर्ती रखा गया है। इसमें एक मरीज के सिर में थोड़ी ज्यादा चोट है, बाकी चार की स्थिति सामान्य है। इनका इलाज चल रहा है।

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