आध्यात्म
13 अगस्त (गुरूवार) : इन दो राशि वाले लोगों को मिलेगा शुभ समाचार
मेष राशि
भूमि भवन से संबंधित कार्यों में आपको अच्छा मुनाफा मिल सकता है। निराशा के बादल आपके जीवन से हमेशा के लिए दूर हो जाएंगे। कारोबारियों के लिए समय अनुकूल है। आपकी आय बेहतर रहेगी। प्रेम-प्रसंगों में अनुकूलता बनी रहेगी। कार्यस्थल में आपके कामकाज की तारीफ होगी। आपकी आर्थिक स्थिति में काफी सुधार होगा। इनके चारों ओर खुशियां ही खुशियां होगी। परिवार में माहौल शांतिपूर्ण और खुशनुमा रहेगा।
CORONA : यूपी में कोरोना ने एक बार फिर तोड़ा पुराना रिकॉर्ड, एक दिन में आए 5130 नए कोरोना मामले
कन्या राशि
आप वयस्कों से सलाह लेकर व्यवसाय में सुधार देखेंगे। व्यापार पर बाहर की यात्रा नहीं करेंगे। बच्चे उच्च शिक्षा में प्रगति करेंगे। लॉकडाउन का ढंग से तो पालन करेंगे ही और लोगों को भी सचेत करेंगे। अनावश्यक चिंता बनी रहेगी। आप हर काम को सफलतापूर्वक करने में सफल रहेंगे।जिससे समाज में मान सम्मान के साथ आपकी लोकप्रियता और कीर्ति बढ़ेगी। परिवार में सुख शांति का माहौल बना रहेगा।
#august #corona #covid19 #astrology #horoscope #dailyhoroscope
आध्यात्म
आज पूरा देश मना रहा रामनवमी, जानिए इसके पीछे की पूरी पौराणिक कहानी
नई दिल्ली। आज पूरे देश में रामनवमी का त्यौहार बड़ी धूम धाम से मनाया जा रहा है। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था। जो विष्णु का सातवां अवतार थे। रामनवमी का त्यौहार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को मनाया जाता है। आइये जानते हैं इसके पीछे की पौराणिक कहानी।
पौराणिक कथाओं के मुताबिक भगवान राम ने भी मां दुर्गा की पूजा की थी, जिससे कि उन्हें युद्ध के समय विजय मिली थी। साथ ही माना जाता है इस दिन गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरित मानस की रचना का आरंभ किया। राम नवमी का व्रत जो भी करता है वह व्यक्ति पापों से मुक्त होता है और साथ ही उसे शुभ फल प्रदान होता है
रामनवमी का इतिहास-
महाकाव्य रामायण के अनुसार अयोध्या के राजा दशरथ की तीन पत्नियां थी। कौशल्या, सुमित्रा और कैकयी। शादी को काफी समय बीत जाने के बाद भी राजा दशरथ के घर किसी बालक की किलकारी नहीं गूंजी थी। इसके उपचार के लिए ऋषि वशिष्ट ने राजा दशरथ से पुत्र प्राप्ति के लिए कमेश्टी यज्ञ कराने के लिए कहा। जिसे सुनकर दशरथ खुश हो गए और उन्होंने महर्षि रुशया शरुंगा से यज्ञ करने की विन्नती की। महर्षि ने दशरथ की विन्नती स्वीकार कर ली। यज्ञ के दौरान महर्षि ने तीनों रानियों को प्रसाद के रूप में खाने के लिए खीर दी। इसके कुछ दिनों बाद ही तीनों रानियां गर्भवती हो गईं।
नौ माह बाद चैत्र मास में राजा दशरथ की बड़ी रानी कौशल्या ने भगवान राम को जन्म दिया, कैकयी ने भरत को और सुमित्रा ने दो जुड़वा बच्चे लक्ष्मण और शत्रुघन को जन्म दिया। भगवान विष्णु ने श्री राम के रूप में धरती पर जन्म इसलिए लिया ताकि वे दुष्ट प्राणियों का नरसंहार कर सके।
-
ऑटोमोबाइल10 hours ago
इन आसान उपायों से आप आसानी से बढ़ा सकते हैं अपनी बाइक का माइलेज
-
अन्तर्राष्ट्रीय1 day ago
जेपी मॉर्गन के CEO बोले- अमेरिका को भी पीएम मोदी जैसे मजबूत नेता की जरुरत
-
नेशनल1 day ago
BJP में शामिल हुए मनीष कश्यप, कहा- बिहार को मजबूत करूंगा
-
नेशनल1 day ago
गृहमंत्री अमित शाह ने वाराणसी में काल भैरव मंदिर में की पूजा-अर्चना, बीजेपी की जीत का मांगा आशीर्वाद
-
नेशनल1 day ago
अखिलेश यादव ने कन्नौज से दाखिल किया नामांकन, सुब्रत पाठक से होगी टक्कर
-
नेशनल2 days ago
यू ट्यूबर मनीष कश्यप आज बीजेपी में होंगे शामिल, मनोज तिवारी के साथ दिल्ली गए
-
नेशनल15 hours ago
असदुद्दीन ओवैसी ने मुख्तार अंसारी को बताया शहीद, बोले- उन्हें जहर देकर मारा गया
-
नेशनल2 days ago
राजस्थान के जैसलमेर में वायुसेना का टोही विमान क्रैश, जानमाल का नुकसान नहीं