Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

30 प्रतिशत अधिक हुआ टैक्स कलेक्शन, कर संग्रह में लगातार हो रहा इजाफा

Published

on

Loading

नई दिल्ली। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (Central Board of Direct Tax – CBDT) ने बताया कि इस वित्त वर्ष की शुरुआत से अब तक देश में कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह (रिफंड लौटने से पहले) बढ़कर 8,36,225 करोड़ रुपये हो गया है, जो पिछले साल की तुलना में 30 प्रतिशत अधिक है।

वित्त वर्ष 2021-22 में समान अवधि में 6,42,287 करोड़ रुपये का कर संग्रह हुआ था। एकत्रित हुए देश के कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह में कॉरपोरेट टैक्स की हिस्सेदारी 4,36,020 करोड़ और पर्सनल इनकम टैक्स की हिस्सेदारी 3,98,440 करोड़ रुपये है।

अर्थव्यवस्था में हो रही बढ़त

देश में लगातार बढ़ रहा प्रत्यक्ष कर संग्रह इस बात को दिखा रहा है कि देश की अर्थव्यवस्था कोरोना महामारी के बाद तेजी से उभर रही है। साथ ही कर व्यवस्था को आसान बनाने के कारण देश में कर संग्रह में लगातार इजाफा हो रहा है।

शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह

पीटीआई की रिपोर्ट में बताया गया कि देश का शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह (Net Direct Tax Collection) 7,00,669 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। यह पिछले वित्त वर्ष की तुलना की 23 प्रतिशत अधिक है। वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान समान अवधि में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 5,68,147 करोड़ रुपये था। शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह में 3,68,484 करोड़ रुपये कॉर्पोरेट टैक्स से आए हैं जबकि बाकी के 3,30,490 करोड़ रुपये पर्सनल इनकम टैक्स के जरिए आए हैं।

CBDT का बयान

सीबीडीटी ने अपने बयान में कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में 17 सितंबर, 2022 तक कुल अग्रिम कर संग्रह पहली और दूसरी तिमाही में बढ़कर 2,95,308 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है, जो कि पिछले साल समान अवधि में 2,52,077 रुपये था।

बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

Published

on

Loading

नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

Continue Reading

Trending