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क्रिकेट

रोहित-विराट को खेलना चाहिए टी-20 विश्वकप, बैटिंग-फील्डिंग शानदार: सुनील गावस्कर

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Sunil Gavaskar said

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नई दिल्ली। दिग्गज सलामी बल्लेबाज और पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने जून में होने वाले टी-20 विश्वकप में रोहित शर्मा और विराट कोहली के खेलने का समर्थन करते हुए कहा कि ये दोनों सीनियर खिलाड़ी भारतीय टीम में सिर्फ अहम बल्लेबाज ही नहीं बल्कि शानदार क्षेत्ररक्षक भी हैं।

रोहित और कोहली दोनों 2022 टी-20 विश्वकप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड से मिली हार के बाद से भारत के लिए इस प्रारूप में नहीं खेले हैं लेकिन दोनों ही खेल के इस छोटे प्रारूप में वापसी के लिए उत्सुक हैं। गावस्कर ने कहा, ‘मुझे उनका क्षेत्ररक्षण अच्छा लगता है। विराट कोहली और रोहित शर्मा अब भी बेहतरीन क्षेत्ररक्षक हैं और मैदान पर उनसे काफी मदद मिलेगी। साथ ही ड्रेसिंग रूम में उनके सीनियर होने के साथ वे मैदान पर भी योगदान करेंगे।’

उन्होंने कहा, ‘कभी कभार आप जब 35-36 साल की उम्र में होते हो तो आपके एक्शन धीमे हो जाते हो। आपका थ्रो भी उतना जानदार नहीं रहता। इसलिए आपको मैदान में क्षेत्ररक्षण के लिए खिलाड़ियों को सजाते हुए कहां खड़ा किया जाए, इस पर चर्चा होती है, लेकिन इन दोनों खिलाड़ियों के साथ ऐसी कोई समस्या नहीं है क्योंकि ये दोनों अब भी शानदार क्षेत्ररक्षक हैं।

रोहित की अनुपस्थिति में हार्दिक पांड्या टी-20 अंतरराष्ट्रीय में भारतीय टीम की अगुवाई कर रहे हैं। इस ऑलराउंडर को मुंबई इंडियंस में भी रोहित की जगह कप्तानी दी गई है। रोहित को अगर टीम में शामिल किया जाता है तो क्या वह छोटे प्रारूप में भारतीय टीम का नेतृत्व करेंगे, लेकिन इसका पता अभी नहीं लगा है, पर रोहित के अनुभव को देखते हुए गावस्कर का मानना है कि टीम का नेतृत्व नहीं करने के बावजूद वह काफी कुछ दे सकते हैं।

गावस्कर ने कहा, ‘हम नहीं जानते कि रोहित कप्तान होंगे या नहीं, लेकिन जो भी हो, कोई भी कप्तान हो, उसे इससे फायदा जरूर मिलेगा। पिछले डेढ़ साल से कोहली इतनी शानदार फॉर्म में हैं। 2023 विश्वकप में उनका प्रदर्शन अविश्सनीय रहा जिसमें उन्होंने तीन शतक से 750 रन बनाए। इसलिए उनकी सीमित ओवरों की बल्लेबाजी में कोई संदेह ही नहीं है।’

अमेरिकी पिचों पर अनुभव काम आएगा : इरफान

पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज इरफान पठान को भी लगता है कि रोहित और कोहली को टी-20 विश्वकप में भारतीय टीम का हिस्सा होना चाहिए क्योंकि अमेरिका और वेस्टइंडीज की कुछ पिचों से सभी अनजान हैं और इन दोनों का अनुभव मैदान के अंदर और बाहर जरूरी होगा। टी-20 विश्वकप वेस्टइंडीज और अमेरिका की संयुक्त मेजबानी में एक से 29 जून तक खेला जाएगा।

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क्रिकेट

ईशान-श्रेयस को लेकर BCCI सख्त, रणजी खेलना किया अनिवार्य; फॉर्म में वापसी के बाद ही होगी एंट्री

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BCCI is strict regarding Ishan-Shreyas made it mandatory to play Ranji

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मुंबई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और राष्ट्रीय चयनकर्ता ने इंग्लैंड सीरीज के लिए टीम इंडिया से बाहर चल रहे खिलाड़ियों को लेकर सख्त फैसला लिया है। बोर्ड ने भारतीय टीम से बाहर चल रहे खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी का अगला राउंड खेलने की सख्त हिदायत दी है।

बीसीसीआई ने खिलाड़ियों को 16 फरवरी से शुरू हो रहे अगले राउंड से पहले अपनी-अपनी रणजी टीम में शामिल होने को कहा है। यह फैसला तब लिया गया है जब ईशान किशन जैसे खिलाड़ी रणजी छोड़कर आईपीएल की तैयारियों में जुट गए हैं। वहीं, श्रेयस को भी टेस्ट टीम में वापसी के लिए रणजी में अच्छा प्रदर्शन करना होगा।

ईशान ने मानसिक स्वास्थ्य का हवाला दिया

ईशान ने मानसिक स्वास्थ्य का हवाला देकर पिछले साल दिसंबर में दक्षिण अफ्रीका दौरे से नाम वापस ले लिया था। इसके बाद वह अफगानिस्तान के खिलाफ टी20 सीरीज भी नहीं खेले थे। उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भी टीम में शामिल नहीं किया गया।

भारत के कोच राहुल द्रविड़ ने कहा था कि ईशान को वापसी के लिए घरेलू स्तर पर कोई क्रिकेट खेलना होगा। हालांकि, इसके बावजूद उन्होंने रणजी ट्रॉफी नहीं खेली और अपनी टीम झारखंड से नहीं जुड़े और न ही उन्हें कोई जानकारी दी। कोच की सलाह को दरकिनार करते हुए ईशान बड़ौदा पहुंच गए और वहां हार्दिक पांड्या और क्रुणाल पांड्या के साथ प्रैक्टिस करते दिखे।

क्रुणाल और दीपक के लिए भी लागू नियम

बीसीसीआई की रणजी खेलने की सलाह सिर्फ ईशान और श्रेयस नहीं, बल्कि क्रुणाल और दीपक चाहर जैसे खिलाड़ियों पर भी लागू होगा, जो कि फिलहाल टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम मैनेजमेंट के प्लान में नहीं हैं। श्रेयस को खराब फॉर्म की वजह से उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी तीन मैचों से टीम से निकाल दिया गया। उन्हें भी अब यह फैसला मानना होगा।

BCCI के एक सूत्र ने क्रिकबज से कहा कि खिलाड़ी आईपीएल या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अपने मुताबिक नहीं चुन सकते। उन्होंने कहा, ‘सिर्फ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट या आईपीएल ही खेलना नहीं होता है। खिलाड़ियों को घरेलू सत्र और क्रिकेट का भी हिस्सा बनना पड़ेगा और अपने राज्य की टीमों को भी तरजीह देनी होगी।

हार्दिक पांड्या को अब तक नेशनल क्रिकेट एकेडमी की ओर से खेलने के लिए क्लीयरेंस नहीं मिली है। वहीं, विराट कोहली जो कि निजी कारणों से टीम से बाहर हैं, उन पर यह फैसला लागू नहीं होगा। वहीं, ईशान आईपीएल के इंतजार में बैठकर अपना समय बर्बाद कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने बोर्ड तक को यह नहीं बताया है कि वह कहां हैं और क्या कर रहे हैं।

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