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जुर्म

कबूतरबाज़ी: गायक दलेर मेहंदी व उनके भाई को दो साल की सजा, भेजे गए जेल

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पटियाला। पंजाब के पटियाला कोर्ट ने आज गुरुवार को गायक दलेर मेहंदी को जेल भेज दिया है। बता दें कि 2003 में दलेर मेहंदी और उनके भाई शमसेर सिंह पर कबूतरबाज़ी मामले (मानव तस्करी) में दो साल की सजा सुनाई गई थी। अदालत ने इस सजा को बरकरार रखते हुए दलेर मेहंदी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

क्या है पूरा मामला?

यह यह मामला 2003 का है। दलेर मेंहदी और उनके भाई शमसेर सिंह पर मानव तस्करी करने का आरोप लगाया गया था। दोनों के खिलाफ अमेरिका में 31 केस दर्ज किए गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों के खिलाफ यह आरोप लगाया गया था कि वह गैरकानूनी रूप से लोगों को विदेश भेजकर मोटी रकम लेते थे।

इस मामले में कोर्ट ने 15 साल बाद 2018 में गायक को दो साल कैद की सजा सुनाई थी। दलेर मेंहदी के वकील ने इस फैसले को पटियाला कोर्ट में चुनौती दी, जिसके बाद कोर्ट ने आज गुरुवार को फैसले को कायम रखते हुए गायक और उनके भाई को जेल भेज दिया है।

उत्तर प्रदेश

मेरी पत्नी से शिक्षक का था अफेयर, इसलिए मार डाला; वकील के कबूलनामे से आया नया ट्विस्ट

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कानपुर। उप्र के कानपुर के पनकी के पतरसा में शिक्षक दयाराम सोनकर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार वकील संजीव कुमार के बयान ने पेंच फंसा दिया है। वकील ने जो बयान दिया, उसके मुताबिक शिक्षक के उसकी पत्नी से अवैध संबंध थे। चूंकि शिक्षक वर्तमान में कानपुर देहात में ही रह रहा था।

इसके चलते पत्नी भी कानपुर देहात स्थित मायके में ही थी। इसलिए उसने रविवार को दयाराम को बुलाकर अकेले ही बंद कमरे में जिंदा जलाकर मार डाला। वहीं, मृतक के भाई का कहना है कि भाभी के संबंध ढाबा संचालक से थे। विरोध करने पर भाभी ने प्रेमी और वकील के साथ मिलकर भाई की हत्या कर दी।

मृतक दयाराम के छोटे भाई अनुज ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि भाई दयाराम ने अपने मोबाइल फोन से उन्हें कॉल करके बताया था कि संजीव, पवन और संगीता ने उन्हें कमरे में बंद करके आग लगा दी है और भाग गए हैं। तहरीर के आधार पर पुलिस ने जब वकील संजीव को उठाकर पूछताछ शुरू की तो कहानी में नया मोड़ आ गया।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक संजीव ने बताया कि दयाराम जिस कॉलेज में पढ़ाता था, उसी में संजीव का साला शिक्षक है। दोनों में गहरी दोस्ती थी। दयाराम का संजीव के साले के घर में भी आना-जाना था। संजीव को दयाराम और उसकी पत्नी के बीच अवैध संबंध का शक था।

संजीव के अनुसार, पत्नी को कई बार घर लाने की कोशिश की, लेकिन वो राजी नहीं हुई। पत्नी से संबंधों को लेकर बातचीत के लिए दयाराम को घर बुलाया। इसके बाद पेट्रोल डालकर आग लगा दी। हालांकि, पुलिस को अन्य हत्यारोपियों की घटनास्थल के आसपास लोकेशन भी नहीं मिली है। दोनों कहानियों की तह तक जाने के लिए पुलिस अब सक्ष्यों की मदद ले रही है।

संजीव कई बार बुला चुका था दयाराम को

अनुज ने बताया कि संजीव कई बार दयाराम को फोन करके उसकी पत्नी से समझौता कराने की बात कहकर बुला चुका था। परिवार वालों की राय के बाद वे समझौते के लिए गए थे, वहां सभी ने मिलकर उनके भाई की हत्या कर दी।

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