Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

35 साल बाद सऊदी अरब के सिनेमाघर में लोगों ने देखी यह फिल्म, ऐसा था रिएक्शन

Published

on

सऊदी अरब

Loading

नई दिल्ली। इस्लामिक देश सऊदी अरब की पहचान वहां के कड़े कानून की वजह से थी। लेकिन कुछ दिनों से सऊदी की फिजा में जबरदस्त बदलाव देखने को मिल रहा है। कुछ दिनों पहले आई खबर के मुताबिक वहां कि महिलाएं अब कार ड्राइव कर सकती हैं। वहीं अब मूवीज के शौकीन लोगों के लिए भी खुशखबरी है। सऊदी के सिनेमाघरों पर पिछले 35 साल से लगे बैन को हटा दिया गया है। बैन हटाने के बाद इन्विटेशन के आधार पर लोगों को बुलाया गया और ब्लैक पैंथर मूवी दिखाई गई। बैन हटने से लोग काफी खुश दिखाई दिए। लोगों ने जमकर फिल्म का लुत्फ उठाया।

सऊदी अरब

साभार इंटरनेट

18 अप्रैल को सिनेमाघरों से बैन हटने के बाद सऊदी के रियाद शहर में पहला सिनेमा घर खुला। फिल्म की पहली स्क्रीनिंग प्राइवेट रखी गई जिसमें सीमित लोगों को इनवाइट किया गया। बाद में इसे आम लोगों के लिए खोल दिया गया।

सऊदी की सरकारी मीडिया के अनुसार, एएमसी एंटरटेनमेंट को सिनेमाघर चलाने के लिए पहला लाइसेंस दिया गया है। इस कंपनी से उम्मीद की जा रही है कि अगले पांच सालों में यह सऊदी अरब के 15 शहरों में 40 से ज्यादा सिनेमाघरों की शुरुआत करेगी।

आपको बता दें कि एएमसी एंटरटेनमेंट अमेरिका की कंपनी है। जिसे सऊदी अरब में सिनेमा दिखाने का लाइसेंस दिया गया है। एएमसी एंटरटेनमेंट कंपनी के सीईओ ने इसे ऐतिहासिक दिन बताया।

कुछ रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि सांस्कृतिक बदलाव से ज्यादा इकोनॉमी में बेहतरी को ध्यान में रखते हुए सिनेमाघरों में बैन हटाने का फैसला लिया गया था। गौरतलब है कि 80 के दशक में फिल्मों में अश्लीलता की वजह से सऊदी अरब के सिनेमाघरों को बैन कर दिया गया था।

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

Published

on

Loading

नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

Continue Reading

Trending