Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

रिलायंस लाइफ में निप्पॉन लाइफ की हिस्सेदारी बढ़ाने की अनुमति

Published

on

Loading

मुंबई| भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने रिलायंस कैपिटल को उसकी जीवन बीमा सहायक कंपनी रिलायंस लाइफ इंश्योरेंस में जापानी साझेदार की हिस्सेदारी बढ़ाकर 49 फीसदी करने की मंजूरी दे दी है। इसके लिए जापानी कंपनी 2,265 करोड़ रुपये (35 करोड़ डॉलर) का अतिरिक्त निवेश करेगी। कंपनी ने यह जानकारी गुरुवार को एक बयान जारी कर दी।

निप्पॉन की साझेदारी बढ़ने के बाद रिलायंस लाइफ 10 हजार करोड़ रुपये (करीब 1.5 अरब डॉलर) की कंपनी हो जाएगी। शेयरधारिता संरचना के मुताबिक कंपनी का नाम भी बदलकर रिलायंस निप्पॉन लाइफ इंश्योरेंस कंपनी कर दिया जाएगा।

इस सौदे के पूरा होने के बाद जापानी बीमा कंपनी की रिलायंस कैपिटल की दोनों कंपनियों -लाइफ इंश्योरेंस और संपत्ति प्रबंधन कंपनी- में कुल 8,630 करोड़ रुपये निवेश के साथ 49 फीसदी (प्रत्येक) हिस्सेदारी हो जाएगी। यह देश में वित्तीय सेवा क्षेत्र के सबसे बड़े निवेशों में से एक होगा।

गत महीने रिलायंस लाइफ ने कहा था कि नए व्यवसाय के प्रीमियम के मामले में निजी क्षेत्र में उसकी हिस्सेदारी चार फीसदी है।

बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

Published

on

Loading

नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

Continue Reading

Trending