Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

रिलायंस बेचेगी गल्फ अफ्रीका पेट्रोलियम में अपनी संपूर्ण हिस्सेदारी

Published

on

Loading

reliance_industriesमुंबई | रिलायंस इंडस्ट्रीज ने मंगलवार को कहा कि मॉरीशस की कंपनी गल्फ अफ्रीका पेट्रोलियम कारपोरेशन (गापको) में अपनी सहायक कंपनी की संपूर्ण 76 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के लिए उसने ‘टोटल’ के साथ एक समझौता किया है। शेयर बाजारों को दी गई नियामकीय सूचना में कंपनी ने यह नहीं बताया कि यह बिक्री कितने में होगी।

कंपनी द्वारा जारी बयान में कहा गया है, “रिलायंस एक्सप्लोरेशन एंड प्रोडक्शंस (आरईपीडीएमसीसी) का गापको में अपनी हिस्सेदारी बेचने का समझौता एक संयुक्त समझौते का हिस्सा है, जिसके तहत आरईपीडीएमसीसी और अल्पमत हिस्सेदार दोनों ने गापको में अपनी-अपनी संपूर्ण हिस्सेदारी बेच डालने का फैसला किया है।” बयान के मुताबिक, “बिक्री से होने वाली आय सौदा पूरा होने पर तय की जाएगी, जिसके आने वाले महीनों में पूरा हो जाने का अनुमान है।”

गापको एक होल्डिंग कंपनी है, जिसकी सहायक कंपनियां तंजानिया, केन्या और उगांडा में हैं। यह पूर्वी अफ्रीका में पेट्रोलियम उत्पादों का आयात, व्यापार, भंडारण, वितरण, विपणन, आपूर्ति और परिवहन का कारोबार करती है। एक अलग बयान में टोटल के अध्यक्ष मोमार नगुएर ने कहा, “यह अधिग्रहण अफ्रीका में पेट्रोलियम उत्पादों के वितरण के लिए टोटल की विकास संबंधी रणनीति के अनुरूप है, जिसका मकसद लाभ में रहते हुए तीव्र विकास क्षेत्रों में प्रसार करना है।”

बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

Published

on

Loading

नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

Continue Reading

Trending