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उत्तर प्रदेश

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी आज करेंगे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन, आयोजित होगा वायु सेना का एयर शो

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुल्तानपुर के सुरबहार में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करेंगे। उत्तर प्रदेश को इस एक्सप्रेस-वे के ज़रिए बड़ा तोहफा मिलेगा। इस एक्सप्रेस-वे की लम्बाई 341 किलोमीटर है। इसके ज़रिए पूर्वी और पश्चिमी यूपी को जोड़ा जाएगा। लखनऊ के चांद सराए से शुरू होने वाला ये एक्सप्रेस-वे गाज़ीपुर तक पहुंचेगा। 1:30 पर प्रधानमंत्री द्वारा एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया जाएगा।

यूपी एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के सीईओ अवनीश अवस्थी के मुताबिक उद्घाटन के बाद वायुसेना का बड़ा एयर शो होगा। फिलहाल इस एक्सप्रेस-वे पर टोल टैक्स नहीं वसूला जाएगा। बता दें कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को बनने में 22 हज़ार 497 करोड़ रुपये की लागत आई है।

ये एक्सप्रेस-वे 9 जिलों लखनऊ,बाराबंकी,अमेठी,अयोध्या,सुल्तानपुर,अंबेडकरनगर,आजमगढ़,मऊ और गाज़ीपुर से हो कर गुज़रेगा। साल 2018 में पीएम मोदी ने आजमगढ़ से इसकी आधारशिला रखी थी। ये एक्सप्रेस-वे लखनऊ के चांद सराए से शुरू होगा, और गाज़ीपुर में NH-31 पर स्थित हैदरिया गांव पर खत्म होगा।

उत्तर प्रदेश

दो दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, परिवार संग किए रामलला के दर्शन

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नई दिल्ली। दो दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को अपने परिवार के साथ रामलला के दर्शन किए। इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति मंदिर परिसर में करीब डेढ़ घंटे तक रहे। उन्होंने राम मंदिर निर्माण सहित पूरे परिसर को देखा। इस दो दिवसीय यात्रा में करीब 80 लोगों को समूह उनके साथ है।

उनकी अगवानी के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पत राय पहले से मंदिर परिसर में थे। पूर्व राष्ट्रपति रामलला के दर्शन-पूजन के बाद कुबेर टीला भी गये और पक्षिराज जटायु की विशाल प्रतिमा के समक्ष श्रद्धापूर्वक नतमस्तक हुए। पूर्व राष्ट्रपति कोविंद शुक्रवार दोपहर बाद ही परिवारजनों के साथ रामनगरी पहुंच गए थे। पहले से निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार वह वंदे भारत ट्रेन से परिवार समेत अयोध्या पहुंचे। अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन से सभी जैन मंदिर पहुंचे। इसके बाद पूरे परिवार के साथ पूर्व राष्ट्रपति मां सरयू के तट पर दर्शन-पूजन के लिए पहुंचे। उन्होंने सरयू की आरती उतारी। फिर हनुमान जी के दरबार पहुंचकर दर्शन किये।

पत्रकारों से बातचीत में पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि सरयू आरती में भाग लेना अपने आप में एक दिव्य अनुभूति है। ऐसा लगता है कि हम 500 वर्ष पूर्व के कालखंड में पहुंच गये हैं। सरयू की कृपा और बहुत सारे कारणों से राम मंदिर का निर्माण संभव हो सका है। जैन मंदिर के व्यवस्थापक विजय कुमार जैन ने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति की यह पूर्ण रूप से धार्मिक यात्रा है।

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