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केंद्र सरकार ने जारी किया हेमवती नंदन बहुगुणा का डाक टिकट

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मोदी सरकार ने उत्तरप्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हेमवती नंदन बहुगुणा का डाक टिकट जारी कर दिया है। इस डाक टिकट की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद की है।

हेमवती नंदन बहुगुणा का डाक टिकट।

उत्तराखंड के पौड़ी जिले में जन्मे हेमवती नंदन बहुगुणा पहली बार 8 नवम्बर, 1973 से 4 मार्च, 1974 और दूसरी बार 5 मार्च, 1974 से 29 नवम्बर, 1975 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। इसके अलावा वो वर्ष 1977 में केन्द्रीय मंत्रिमण्डल में पेट्रोलियम,रसायन तथा उर्वरक मंत्री और वर्ष 1979 में केन्द्रीय वित्त मंत्री भी रह चुके हैं।

वर्ष 1984 चुनाव में राजीव गांधी ने अमिताभ बच्चन को हेमवती नंदन बहुगुणा के खिलाफ खड़ा कर दिया। इस चुनाव में अमिताभ बच्चन ने बहुगुणा को एक लाख 87 हज़ार वोट से हराया था।

हेमवती नंदन बहुगुणा।

कौन थे हेमवती नंदन बहुगुणा

उत्तराखंड के पौड़ी जिले के बुधाणी गांव में वर्ष 25 अप्रैल, 1919 में हेमवती नंदन बहुगुणा का जन्म हुआ था। पढ़ाई के दौरान वो लाल बहादुर शास्त्री से मिले थे। इसके बाद वर्ष 1936 से वर्ष 1942 तक वो छात्र आंदोलनों में शामिल रहे थे। वर्ष 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में उनकी भूमिका ने उन्हें लोकप्रियता दिला दी। उनकी क्रांतिकारी सोच को देखते हुए उस समय अंग्रेजों ने उन्हें जिंदा या मुर्दा पकड़ने पर पांच हज़ार रुपए का ईनाम रखा था। आज़ादी के बाद वर्ष 1952 से वो लगातार उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमिटी के सदस्य रहे।

हेमवती नंदन बहुगुणा वर्ष 1974 में यूपी के सीएम भी रहे। वो एक बेहतरीन वक्ता भी थे, देश की तेल समस्या, खाद्यान समस्या, कानून व्यवस्था, विदेश नीति, कम्युनलिज्म और इतिहास पर उन्होंने घंटों तक भाषण दिए थे।

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पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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