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पीएम मोदी ने देश की रक्षा कर रहे जवानों के साथ मनाई दिवाली

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नई दिल्ली। हर बार की तरह इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना के जवानों के साथ देहरादून में दिवाली का त्यौहार मनाया।

पीएम मोदी सरहद पर देश की रक्षा कर रहे जवानों के साथ दिवाली मनाने के लिए बुधवार को भारत-चीन सीमा के नजदीक स्थित हर्षिल पहुंचे।

यहां उन्होंने सेना प्रमुख और आईटीबीपी के डीजी से मुलाकात करने के बाद जवानों के साथ दिवाली मनाई। महार रेजिमेंट के जवानों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीवाली के मौके पर पहले उनको मिठाई खिलाई और उसके बाद उनके साथ फोटो खिंचाई।

देहरादून निकलने से पहले उन्होंने ट्वीट कर लोगों को दिवाली की बधाई दी। पीएम ने ट्वीट में लिखा, ‘दिवाली लोगों की जिंदगी में खुशहाली और समृद्धि लाए।’

हर्षिल से पीएम सीधे केदारनाथ घाटी पहुंचे। यहां वे बाबा केदारनाथ के दर्शन कर रहे हैं। यहां पीएम केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लेंगे।

साथ ही कई प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण भी करेंगे। इन प्रोजेक्ट्स में मंदिर तक जाने वाला रास्ता, मंदाकिनी नदी पर बने घाट और पुरोहितों के लिए घर शामिल हैं।

नेशनल

628 को उम्रकैद, 37 को दिलवाई फांसी, जानें कौन हैं मुंबई उत्तर मध्य सीट से बीजेपी उम्मीदवार उज्जवल निकम

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मुंबई| लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा ने शनिवार को 15वीं सूची जारी कर दी। इस सूची में उज्जवल निकम का नाम भी शामिल है। मशहूर वकील उज्जवल निकम को भाजपा ने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए मुंबई उत्तर मध्य सीट से प्रत्याशी बनाया है। इस सीट से पूनम महाजन का टिकट काट गया है।

बता दें कि पूनम महाजन मुंबई की नॉर्थ सेंट्रल सीट से बीजेपी की निवर्तमान सांसद है। बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई थी। इससे पहले 2014 में भी वह इसी सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंची थीं लेकिन इस बार पार्टी ने उनपर भरोसा न जताकर वरिष्ठ वकील उज्जवल निकम को चुनावी मैदान में उतारा है।

बता दें कि उज्जवल निकल देश के जाने-माने वकील हैं उन्हीं ने मुंबई में 26/11 हमले को अंजाम देने वाले आतंकी आमिर कसाब को फांसी के फंदे तक पहुंचाया था। इस केस में वह विशेष लोक अभियोजक भी थे। इसके अलावा वह 1993 के बम धमाकों, गुलशन कुमार हत्याकांड और प्रमोद महाजन हत्याकांड जैसे हाई प्रोफाइल केसों में सरकारी की ओर से केस लड़ चुके हैं। उन्होंने अपने 30 साल लंबे करियर में 628 लोगों को आजीवन कारावास और 37 लोगों को मृत्युदंड की सजा दिलवाई।

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