Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

जुर्म

मिस्र में पकड़ा गया नीरव मोदी का साथी सुभाष शंकर, देश लेकर लौटी CBI

Published

on

Loading

भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के करीबी सुभाष शंकर परब को मंगलवार सुबह काहिरा से भारत लाया गया। भारत लाते ही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) 7,000 करोड़ रुपये के नीरव मोदी बैंक धोखाधड़ी मामले में अहम आरोपी सुभाष शंकर परब को एक बड़े अभियान के तहत मिस्र से निर्वासित कराके भारत लाने में सफल रहा। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि परब ‘फायरस्टार डायमंड’ में उप महाप्रबंधक (वित्त) था। उन्होंने बताया कि काहिरा में कथित रूप से छुपे हुए परब को ”निर्वासित किए जाने के बाद” मंगलवार तड़के मुंबई लाया गया।

अधिकारियों ने बताया कि नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी की संलिप्तता वाला मामला सामने के बाद से परब फरार था। 49 वर्षीय सुभाष शंकर परब को नीरव मोदी का दाहिना हाथ माना जाता है और दुबई में फायरस्टार डायमंड इंटरनेशनल लिमिटेड और डायमंड आर यूएस फर्मों में एक वरिष्ठ निदेशक था। आरोप है कि परब ने 13,578 करोड़ के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह जनवरी 2018 में दुबई से काहिरा भाग गया।

सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नीरव मोदी को सीधे रिपोर्ट करने वाले परब को मुंबई लाया गया और उसके आने पर गिरफ्तार कर लिया गया। उसे हिरासत में लेने के लिए मुंबई की एक अदालत में पेश किया जाएगा। पीएनबी धोखाधड़ी में जांच से पता चला है कि परब ने व्यक्तिगत रूप से पीएनबी अधिकारी गोकुलनाथ शेट्टी की मिलीभगत से जारी किए गए लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) के कलेक्शन की निगरानी की थी। एक अधिकारी के मुताबिक, परब कंपनी में अपने जूनियर्स को बैंक के मूल दस्तावेज हासिल करने और उन्हें डायमंड आर यूएस ऑफिस लाने के लिए मुंबई में ब्रैडी हाउस में पीएनबी शाखा का दौरा करने का निर्देश देता था।

जब जनवरी 2018 में घोटाला सामने आया, तो नीरव मोदी के भाई नेहल ने परब और कंपनी के अन्य वरिष्ठ निदेशकों को भारत छोड़ने के लिए कहा क्योंकि उनसे भारतीय जांच एजेंसियां पूछताछ कर सकती हैं। नेहल की यात्रा की व्यवस्था करने के बाद वह मिस्र में काहिरा के लिए रवाना हो गया, और तब से एजेंसियां ​​उसके प्रत्यर्पण का पीछा कर रही थीं। उसके खिलाफ 2018 में पहले ही चार्जशीट दाखिल की जा चुकी थी। नीरव मोदी वर्तमान में 19 मार्च, 2019 से लंदन के बाहरी इलाके में वैंड्सवर्थ जेल में बंद है। उसे ब्रिटेन में भारत के प्रत्यर्पण अनुरोध के आधार पर गिरफ्तार किया गया था।

उत्तर प्रदेश

मेरी पत्नी से शिक्षक का था अफेयर, इसलिए मार डाला; वकील के कबूलनामे से आया नया ट्विस्ट

Published

on

Loading

कानपुर। उप्र के कानपुर के पनकी के पतरसा में शिक्षक दयाराम सोनकर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार वकील संजीव कुमार के बयान ने पेंच फंसा दिया है। वकील ने जो बयान दिया, उसके मुताबिक शिक्षक के उसकी पत्नी से अवैध संबंध थे। चूंकि शिक्षक वर्तमान में कानपुर देहात में ही रह रहा था।

इसके चलते पत्नी भी कानपुर देहात स्थित मायके में ही थी। इसलिए उसने रविवार को दयाराम को बुलाकर अकेले ही बंद कमरे में जिंदा जलाकर मार डाला। वहीं, मृतक के भाई का कहना है कि भाभी के संबंध ढाबा संचालक से थे। विरोध करने पर भाभी ने प्रेमी और वकील के साथ मिलकर भाई की हत्या कर दी।

मृतक दयाराम के छोटे भाई अनुज ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि भाई दयाराम ने अपने मोबाइल फोन से उन्हें कॉल करके बताया था कि संजीव, पवन और संगीता ने उन्हें कमरे में बंद करके आग लगा दी है और भाग गए हैं। तहरीर के आधार पर पुलिस ने जब वकील संजीव को उठाकर पूछताछ शुरू की तो कहानी में नया मोड़ आ गया।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक संजीव ने बताया कि दयाराम जिस कॉलेज में पढ़ाता था, उसी में संजीव का साला शिक्षक है। दोनों में गहरी दोस्ती थी। दयाराम का संजीव के साले के घर में भी आना-जाना था। संजीव को दयाराम और उसकी पत्नी के बीच अवैध संबंध का शक था।

संजीव के अनुसार, पत्नी को कई बार घर लाने की कोशिश की, लेकिन वो राजी नहीं हुई। पत्नी से संबंधों को लेकर बातचीत के लिए दयाराम को घर बुलाया। इसके बाद पेट्रोल डालकर आग लगा दी। हालांकि, पुलिस को अन्य हत्यारोपियों की घटनास्थल के आसपास लोकेशन भी नहीं मिली है। दोनों कहानियों की तह तक जाने के लिए पुलिस अब सक्ष्यों की मदद ले रही है।

संजीव कई बार बुला चुका था दयाराम को

अनुज ने बताया कि संजीव कई बार दयाराम को फोन करके उसकी पत्नी से समझौता कराने की बात कहकर बुला चुका था। परिवार वालों की राय के बाद वे समझौते के लिए गए थे, वहां सभी ने मिलकर उनके भाई की हत्या कर दी।

Continue Reading

Trending