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जुर्म

मम्मी-पापा की रिहाई के लिए नवनीत राणा की 8 वर्षीय बेटी ने किया हनुमान चालीसा का पाठ

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निर्दलीय लोकसभा सांसद नवनीत राणा और विधायक रवि राणा की 8 वर्षीय बेटी आरोही राणा ने अमरावती में अपने माता-पिता की जेल से जल्द ही रिहाई के लिए अपने आवास पर हनुमान चालीसा का पाठ किया। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से दोनों को जल्द से जल्द रिहा करने की अपील की है। नवनीत राणा और रवि राणा की बेटी आरोही राणा ने कहा, ”मेरी मम्मी और पापा को जल्द ही छोड़ दिया जाए इसलिए मैं प्रार्थना कर रही हूं।”

आपको बता दें कि सांसद नवनीत राणा और उनके पति विधायक रवि राणा ने महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे के निवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पाठ करने की चुनौती दी थी। जिसके बाद दोनों पर ही महाराष्ट्र पुलिस ने राज्‍य की कानून व्‍यवस्‍था को चुनौती देने, धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने और दंगे भड़काने वाली बयानबाजी के आरोप में गिरफ्तार किया है। वह फिलहाल जेल में बंद हैं।

नवनीत राणा को बिल्डर ने दिया था 80 लाख का कर्ज : राउत

वहीं, शिवसेना सांसद संजय राउत ने दावा किया कि निर्दलीय सांसद नवनीत राणा को फिल्म फाइनेंसर एवं बिल्डर यूसुफ लकड़वाला से 80 लाख रूपये का कर्ज मिला था। राउत ने इस मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से कराने की मांग की। लकड़वाला को धनशोधन के मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था। उसकी पिछले वर्ष सितंबर में यहां आर्थर रोड जेल में मौत हो गई थी।

राउत ने बुधवार को संवाददाताओं से बातचीत में संदेह जताया कि हनुमान चालीसा के पाठ को लेकर उठे राजनीतिक विवाद का कोई अंडरवर्ल्ड कनेक्शन तो नहीं है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा नवनीत राणा को बचाने की कोशिश कर रही है। राउत ने कहा,यूसुफ का अवैध धन राणा के खाते में है। ईडी राणा को चाय कब पिलाएगी? डी-गैंग को क्यों बचाया जा रहा है? भाजपा चुप क्यों है?

उत्तर प्रदेश

मेरी पत्नी से शिक्षक का था अफेयर, इसलिए मार डाला; वकील के कबूलनामे से आया नया ट्विस्ट

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कानपुर। उप्र के कानपुर के पनकी के पतरसा में शिक्षक दयाराम सोनकर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार वकील संजीव कुमार के बयान ने पेंच फंसा दिया है। वकील ने जो बयान दिया, उसके मुताबिक शिक्षक के उसकी पत्नी से अवैध संबंध थे। चूंकि शिक्षक वर्तमान में कानपुर देहात में ही रह रहा था।

इसके चलते पत्नी भी कानपुर देहात स्थित मायके में ही थी। इसलिए उसने रविवार को दयाराम को बुलाकर अकेले ही बंद कमरे में जिंदा जलाकर मार डाला। वहीं, मृतक के भाई का कहना है कि भाभी के संबंध ढाबा संचालक से थे। विरोध करने पर भाभी ने प्रेमी और वकील के साथ मिलकर भाई की हत्या कर दी।

मृतक दयाराम के छोटे भाई अनुज ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि भाई दयाराम ने अपने मोबाइल फोन से उन्हें कॉल करके बताया था कि संजीव, पवन और संगीता ने उन्हें कमरे में बंद करके आग लगा दी है और भाग गए हैं। तहरीर के आधार पर पुलिस ने जब वकील संजीव को उठाकर पूछताछ शुरू की तो कहानी में नया मोड़ आ गया।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक संजीव ने बताया कि दयाराम जिस कॉलेज में पढ़ाता था, उसी में संजीव का साला शिक्षक है। दोनों में गहरी दोस्ती थी। दयाराम का संजीव के साले के घर में भी आना-जाना था। संजीव को दयाराम और उसकी पत्नी के बीच अवैध संबंध का शक था।

संजीव के अनुसार, पत्नी को कई बार घर लाने की कोशिश की, लेकिन वो राजी नहीं हुई। पत्नी से संबंधों को लेकर बातचीत के लिए दयाराम को घर बुलाया। इसके बाद पेट्रोल डालकर आग लगा दी। हालांकि, पुलिस को अन्य हत्यारोपियों की घटनास्थल के आसपास लोकेशन भी नहीं मिली है। दोनों कहानियों की तह तक जाने के लिए पुलिस अब सक्ष्यों की मदद ले रही है।

संजीव कई बार बुला चुका था दयाराम को

अनुज ने बताया कि संजीव कई बार दयाराम को फोन करके उसकी पत्नी से समझौता कराने की बात कहकर बुला चुका था। परिवार वालों की राय के बाद वे समझौते के लिए गए थे, वहां सभी ने मिलकर उनके भाई की हत्या कर दी।

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