Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

जुर्म

मूसेवाला हत्याकांड: लॉरेंस बिश्नोई को लग रहा है डर, कोर्ट से की यह मांग

Published

on

Loading

चंडीगढ़/नई दिल्ली। पंजाबी सिंगर व कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में संदिग्ध गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को अब फर्जी मुठभेड़ का डर सता रहा है। लॉरेंस को डर है कि पुलिस उसे फर्जी मुठभेड़ में मार सकती है।

उसने अपनी सुरक्षा पुख्ता करने और उसे दिल्ली की तिहाड़ जेल से बाहर नहीं भेजने को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। सोमवार को पटियाला हाउस कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई से मना कर दिया था।

इसके बाद आज लॉरेंस बिश्नोई के वकील ने हाईकोर्ट का रुख किया है। तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने अपनी याचिका में पंजाब पुलिस को उसकी कस्टडी नहीं देने का निर्देश देने की मांग की है।

दूसरी ओर सिद्धू मूसेवाला को अंतिम विदाई देने के लिए बड़ी संख्या में उनके प्रशंसक और ग्रामीण उनके घर पर पहुंच रहे हैं। आज सुबह ही पोस्टमार्टम के बाद उनका शव घर लाया गया।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर राजा वडिंग भी उनके घर पहुंचे और श्रद्धांजलि दी। बता दें मूसेवाला ने मानसा विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था, हालांकि उन्हें जीत नहीं मिल पाई थी।

मूसेवाला के परिवार ने अपनी ही जमीन पर उनका अंतिम संस्कार करने का फैसला लिया है। इससे पहले जिला प्रशासन ने गांव के श्मशान में उनके अंतिम संस्कार की व्यवस्था की थी। पोस्टमार्टम में यह बात सामने आई है कि सिद्धू मूसेवाला के शरीर में दो दर्जन गोलियां लगी थीं। इनमें से एक गोली उनके सिर में भी लगी थी।

गौरतलब है कि रविवार को उनके गांव से कुछ दूरी पर ही कुछ हमलावरों ने उन पर अटैक कर दिया था। करीब 30 गोलियां मारकर उनकी हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड की जिम्मेदारी गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई के गैंग और उसके साथी गोल्डी बराड़ ने ली है।

उत्तर प्रदेश

मेरी पत्नी से शिक्षक का था अफेयर, इसलिए मार डाला; वकील के कबूलनामे से आया नया ट्विस्ट

Published

on

Loading

कानपुर। उप्र के कानपुर के पनकी के पतरसा में शिक्षक दयाराम सोनकर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार वकील संजीव कुमार के बयान ने पेंच फंसा दिया है। वकील ने जो बयान दिया, उसके मुताबिक शिक्षक के उसकी पत्नी से अवैध संबंध थे। चूंकि शिक्षक वर्तमान में कानपुर देहात में ही रह रहा था।

इसके चलते पत्नी भी कानपुर देहात स्थित मायके में ही थी। इसलिए उसने रविवार को दयाराम को बुलाकर अकेले ही बंद कमरे में जिंदा जलाकर मार डाला। वहीं, मृतक के भाई का कहना है कि भाभी के संबंध ढाबा संचालक से थे। विरोध करने पर भाभी ने प्रेमी और वकील के साथ मिलकर भाई की हत्या कर दी।

मृतक दयाराम के छोटे भाई अनुज ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि भाई दयाराम ने अपने मोबाइल फोन से उन्हें कॉल करके बताया था कि संजीव, पवन और संगीता ने उन्हें कमरे में बंद करके आग लगा दी है और भाग गए हैं। तहरीर के आधार पर पुलिस ने जब वकील संजीव को उठाकर पूछताछ शुरू की तो कहानी में नया मोड़ आ गया।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक संजीव ने बताया कि दयाराम जिस कॉलेज में पढ़ाता था, उसी में संजीव का साला शिक्षक है। दोनों में गहरी दोस्ती थी। दयाराम का संजीव के साले के घर में भी आना-जाना था। संजीव को दयाराम और उसकी पत्नी के बीच अवैध संबंध का शक था।

संजीव के अनुसार, पत्नी को कई बार घर लाने की कोशिश की, लेकिन वो राजी नहीं हुई। पत्नी से संबंधों को लेकर बातचीत के लिए दयाराम को घर बुलाया। इसके बाद पेट्रोल डालकर आग लगा दी। हालांकि, पुलिस को अन्य हत्यारोपियों की घटनास्थल के आसपास लोकेशन भी नहीं मिली है। दोनों कहानियों की तह तक जाने के लिए पुलिस अब सक्ष्यों की मदद ले रही है।

संजीव कई बार बुला चुका था दयाराम को

अनुज ने बताया कि संजीव कई बार दयाराम को फोन करके उसकी पत्नी से समझौता कराने की बात कहकर बुला चुका था। परिवार वालों की राय के बाद वे समझौते के लिए गए थे, वहां सभी ने मिलकर उनके भाई की हत्या कर दी।

Continue Reading

Trending