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जुर्म

दो करोड़ देने को तैयार था सिद्धू मूसेवाला, शहीद नहीं है वह: गोल्डी बरार

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Moosewala murder case

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नई दिल्ली। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मास्टरमाइंड गोल्डी बरार ने एक वीडियो में दावा किया है कि विक्की मिड्दुखेड़ा मामले के बाद गायक ने 2 करोड़ रुपये में समझौते की पेशकश की थी, जिसे उसने ठुकरा दिया। माना जाता है कि गोल्डी बरार कनाडा में कहीं छिपा हुआ है।

वीडियो को कम रोशनी में शूट किया गया है। सोशल मीडिया पर पोस्ट वीडियो में गोल्डी अपना चेहरा ढककर बोल रहा है। उसने कहा कि मूसेवाला को एक सिख ‘शहीद’ के तौर पर पेश करने की कोशिश हो रही है, इसीलिए वह वीडियो शूट करने पर मजबूर हुआ।

मूसेवाला शहीद नहीं है

गोल्डी बरार ने कहा वह (मूसेवाला) शहीद नहीं है। अपने गानों के जरिए उसने अपनी छवि बनाई। वह बार-बार गलतियां करता रहा, जिसके लिए उसे दंडित किया गया। हमने भारतीय न्याय प्रणाली के एक्शन लेने का इंतजार किया, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कानून आम लोगों के लिए है, बड़े सितारों, नेताओं और उनके दोस्तों के लिए नहीं।

बरार ने कहा कि वह मिद्दुखेड़ा हत्याकांड के बाद मध्यस्थों के माध्यम से रहम की भीख मांग रहा था। उन्होंने मुक्तसर के कुछ युवाओं के जरिए हमें अपनी जान के बदले दो करोड़ रुपये देने की पेशकश की, लेकिन हमने इसे ठुकरा दिया।

जाली पासपोर्ट बनाने के मामले में 5 गिरफ्तार

वहीं, दिल्ली पुलिस ने जाली पासपोर्ट हासिल करने में लॉरेंस बिश्नोई के भतीजे की मदद के आरोप में दो महिलाओं समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने जाली पासपोर्ट हासिल करने में बिश्नोई के भतीजे सचिन थापन और अन्य बदमाशों की मदद की। बिश्नोई पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश में कथित रूप से शामिल था।

उत्तर प्रदेश

मेरी पत्नी से शिक्षक का था अफेयर, इसलिए मार डाला; वकील के कबूलनामे से आया नया ट्विस्ट

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कानपुर। उप्र के कानपुर के पनकी के पतरसा में शिक्षक दयाराम सोनकर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार वकील संजीव कुमार के बयान ने पेंच फंसा दिया है। वकील ने जो बयान दिया, उसके मुताबिक शिक्षक के उसकी पत्नी से अवैध संबंध थे। चूंकि शिक्षक वर्तमान में कानपुर देहात में ही रह रहा था।

इसके चलते पत्नी भी कानपुर देहात स्थित मायके में ही थी। इसलिए उसने रविवार को दयाराम को बुलाकर अकेले ही बंद कमरे में जिंदा जलाकर मार डाला। वहीं, मृतक के भाई का कहना है कि भाभी के संबंध ढाबा संचालक से थे। विरोध करने पर भाभी ने प्रेमी और वकील के साथ मिलकर भाई की हत्या कर दी।

मृतक दयाराम के छोटे भाई अनुज ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि भाई दयाराम ने अपने मोबाइल फोन से उन्हें कॉल करके बताया था कि संजीव, पवन और संगीता ने उन्हें कमरे में बंद करके आग लगा दी है और भाग गए हैं। तहरीर के आधार पर पुलिस ने जब वकील संजीव को उठाकर पूछताछ शुरू की तो कहानी में नया मोड़ आ गया।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक संजीव ने बताया कि दयाराम जिस कॉलेज में पढ़ाता था, उसी में संजीव का साला शिक्षक है। दोनों में गहरी दोस्ती थी। दयाराम का संजीव के साले के घर में भी आना-जाना था। संजीव को दयाराम और उसकी पत्नी के बीच अवैध संबंध का शक था।

संजीव के अनुसार, पत्नी को कई बार घर लाने की कोशिश की, लेकिन वो राजी नहीं हुई। पत्नी से संबंधों को लेकर बातचीत के लिए दयाराम को घर बुलाया। इसके बाद पेट्रोल डालकर आग लगा दी। हालांकि, पुलिस को अन्य हत्यारोपियों की घटनास्थल के आसपास लोकेशन भी नहीं मिली है। दोनों कहानियों की तह तक जाने के लिए पुलिस अब सक्ष्यों की मदद ले रही है।

संजीव कई बार बुला चुका था दयाराम को

अनुज ने बताया कि संजीव कई बार दयाराम को फोन करके उसकी पत्नी से समझौता कराने की बात कहकर बुला चुका था। परिवार वालों की राय के बाद वे समझौते के लिए गए थे, वहां सभी ने मिलकर उनके भाई की हत्या कर दी।

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