Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

टेलीकॉम सेक्टर में रिलायंस इंडस्ट्रीज की पकड़ और मजबूत हुई, अमेरिकी कंपनी रेडिसिस का किया अधिग्रहण

Published

on

Loading

टेलीकॉम सेक्टर में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक नई कंपनी रैडिसिस को खरीद लिया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने अमेरिकी दूरसंचार समाधान प्रदाता कंपनी रेडिसिस कॉरपोरेशन का अधिग्रहण करने के लिए निर्णायक करार पर हस्ताक्षर किए हैं। आरआईएल और रेडिसिस की ओर से शनिवार को जारी एक संयुक्त बयान के अनुसार, इस करार के तहत आरआईएल 1.72 डॉलर प्रति शेयर नकद के आधार पर रेडिसिस का अधिग्रहण करेगी।

सूत्रों के अनुसार, आरआईएल ने 7.4 करोड़ डॉलर में रेडिसिस के 100 फीसदी शेयर खरीद लिए हैं। अमेरिका के हिल्सबोरो मुख्यालय वाली कंपनी रेडिसिस के पास तकरीबन 600 कर्मचारी हैं, जो बेंगलुरू के अलावा दुनियाभर के सेल्स और सपोर्ट ऑफिस में कार्यरत हैं।

रेडिसिस सेवा प्रदाताओं और दूरसंचार उपकरण विक्रेताओं को नए ओपन सेंट्रिक सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर और क्षमता निर्माण की सेवा प्रदान करती है, जिससे सेवा प्रदाता संचार नेटवर्क की व्यवस्था में अगली पीढ़ी में स्थानांतरण के लिए सक्षम होता है।

रिलायंस जियो के निदेशक आकाश अंबानी ने कहा, “रिलायंस और जियो का नवोन्मेषी व्यवसाय मॉडल की विरासत रही है और कंपनी ने नए वैश्विक प्रतिमान स्थापित किए हैं। रेडिसिस के उच्चस्तरीय प्रबंधन और इंजीनियरिंग टीम के माध्यम से रिलायंस तेजी से नवाचार और दुनियाभर में समाधान विकसित करने में विशेषज्ञता हासिल करेगी। इससे हमारा सॉफ्टवेयर केंद्रित अलग-अलग नेटवर्क और प्लेटफार्म के लिए पूरक का काम करेगा।”

बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

Published

on

Loading

नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

Continue Reading

Trending