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संन्यास के सवाल पर धौनी ने किया पत्रकार के साथ मजाक

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संन्यास का सवाल, कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी, पत्रकार के साथ मजाक

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संन्यास का सवाल, कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी, पत्रकार के साथ मजाक

photo: static.dnaindia.com

मुंबई| भारत में जारी आईसीसी टी-20 विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ हार के बाद संवाददाता सम्मेलन में भारतीय टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी आस्ट्रेलिया के एक पत्रकार के साथ मजाकिया मूड में नजर आए। पत्रकार ने धौनी से उनके संन्यास को लेकर सवाल पूछा था। वेस्टइंडीज के खिलाफ सात विकेट से हार झेलने के बाद पत्रकार ने धौनी से पूछा था कि भारत के विश्व कप से बाहर होने के बाद भी क्या वह आगे खेलना चाहते हैं। धौनी ने पत्रकार से सवाल दोहराने को कहा, पत्रकार ने जब ऐसा किया तो धौनी ने उन्हें अपने साथ स्टेज पर आने को कहा। धौनी ने अपनी कुर्सी को थोड़ा खिसकाते हुए कहा, “यहां आइए, थोड़ा मजाक हो जाए। आप आइए।” इसके बाद पत्रकार धौनी के साथ स्टेज पर बैठ गए।

पत्रकार को अपने पास बिठाने के बाद धौनी ने कहा, “क्या आपको लगता है कि मैं फिट नहीं हूं।” पत्रकार ने कहा, “ऐसा नहीं है, मैं यह आपसे पूछना चाहता था कि क्या आप आगे खेलना जारी रखेंगे?” धौनी ने पत्रकार से कहा, “मैं उम्मीद कर रहा था कि यह कोई भारतीय पत्रकार हो क्योंकि मैं आपसे पूछ नहीं सकता कि आपका कोई बेटा या भाई है जो विकेटकीपर है। आपको मेरी दौड़ देखकर लगता है कि मैं फिट नहीं हूं?”  पत्रकार ने धौैनी के सवाल का जवाब दिया, “नहीं, आप काफी तेज हैं।”

धौनी ने पत्रकार से दोबारा पूछा, “आपको लगता है कि मैं 2019 विश्व कप तक खेल सकता हूं?” पत्रकार ने कहा, “बिल्कुल, आपको खेलना चाहिए।” धौनी ने कहा, “आपने अपने सवाल का जवाब दे दिया।” धौनी यहीं नहीं रुके। उन्होंने इसके बाद कहा, “काश कि यह कोई भारतीय पत्रकार होता। अगर होता तो मैं उससे पूछता कि क्या उसका कोई बेटा या भाई है जोकि विकेटकीपर हो और खेलने को तैयार हो। वह ना कहता को मैं कहता कि काश उसका कोई बेटा या भाई होता जोकि विकेटकीपर होता और खेलने को तैयार होता।” इससे पहले कई बार संवाददाता सम्मेलन में धौनी से भारतीय पत्रकारों ने उनके संन्यास के बारे में सवाल किए थे, जिसके जवाब में उन्होंने आगे खेलते रहने की बात कही थी।

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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