Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

लाहौर पार्क में विस्फोट के बाद 600 से ज्यादा संदिग्धों की धरपकड़

Published

on

लाहौर पार्क में विस्फोट के बाद 600 से ज्यादा संदिग्धों की धरपकड़

Loading

लाहौर पार्क में विस्फोट के बाद 600 से ज्यादा संदिग्धों की धरपकड़

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के लाहौर शहर के एक पार्क में रविवार को हुए जानलेवा विस्फोट के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे पूर्वी पंजाब प्रांत में गहन तलाशी अभियान के तहत पांच आतंकवादियों को मार गिराया और 600 से ज्यादा संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। यह बात मंगलवार को एक स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में कही गई।

लाहौर शहर के भीड़भाड़ वाले गुलशन-ए-इकबाल पार्क में रविवार शाम एक जबर्दस्त विस्फोट हुआ, जिसमें 29 बच्चों सहित 74 लोग मारे गए और 300 से ज्यादा घायल हुए थे। हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन पाकिस्तानी तालिबान के धड़े जमात-उल-अहरार ने ली थी।

स्थानीय उर्दू टेलीविजन चैनल ‘दुनिया’ की रिपोर्ट के अनुसार, सुरक्षाबलों ने दक्षिणी पंजाब के राजनपुर और मुजफ्फरनगर जिले में तलाशी अभियान के दौरान दो अलग-अलग मुठभेड़ में एक प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन के पांच आतंकवादियों को मार गिराया।

रिपोर्टों के मुताबिक, सियालकोट जिले से 250, फैसलाबाद से 80, रहीम यार खान से 34, कसूर से 18, भक्कड़ से 10, अटक से छह और बहावलपुर से एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा प्रांत के अन्य जिलों से भी कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है।

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

Published

on

Loading

नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

Continue Reading

Trending