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प्रादेशिक

कानपुर में नहीं थम रहा डेंगू और रहस्यमयी बुखार का कहर, अब तक हो चुकी हैं 200 से ज्यादा मौतें

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लखनऊ। कानपुर शहर और देहात के इलाकों में डेंगू, मलेरिया और बुखार का कहर कम नहीं हो रहा है। डेंगू से गुरुवार शाम तक तीन और लोगों की मौत हो गई हैं। इसके साथ ही मरने वालों का आंकड़ा 200 के पार हो चुका है। लेकिन इसके बावजूद भी शहर के किसी कोने में फॉगिंग या दवा का छिड़काव नहीं किया जा रहा है।

बता दें कि शहर में डेंगू और बुखार से 220 से ज्यादा लोगों की मौतें हो चुकी हैं। लेकिन सरकारी आंकड़ों में डेंगू से हुई एक भी मौत दर्ज नहीं है। आंकड़ों पर नज़र डालें तो अब तक सिर्फ डेंगू के 157 मरीज हैं। लेकिन असलियत इससे उलट है। शहर के निजी और सरकारी दोनों अस्पतालों में डेंगू के 300 से ज्यादा मरीज भर्ती हैं। कानपुर के सीएमओ डॉ नेपाल सिंह के अनुसार शहर में अब तक डेंगू से किसी की मौत नहीं हुई है,लेकिन रहस्यमई बुखार और डेंगू तेज़ी से फ़ैल रहा है। इसकी रोकथाम रोकने के प्रयासों को लेकर जब उनसे चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि मैं अपने दफ्तर के बाहर बह रहे पानी के लिए कुछ नहीं कर पाया तो आप समझ सकते हैं। फॉगिंग और दवा के छिड़काव के बारे में उनका कहना था, ‘आदेश जारी कर दिए गए थे। वैसे यह काम तो नगर निगम का है।’

डेंगू के अलावा सात रोगी मलेरिया और 165 रोगी टायफायड के हैं। बुखार के हैलट अस्पताल में 27 और उर्सला अस्पताल में 19 मरीज भर्ती हैं। वहीं शहर से सटे कुरसौली गांव में बीते 25 दिनों में रहस्यमयी बुखार से 14 मरीजों की जान जा चुकी है।

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उत्तर प्रदेश

गाजियाबाद में घर से मिले मां-बेटे के शव मिलने से सनसनी, कैश और गहने गायब

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गाजियाबाद। गाजियाबाद आज डबल मर्डर से दहल गया। यहां लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र के गुलाब वाटिका कालोनी के एक घर से मां-बेटे की लाशें मिली हैं, जो बेड पर खून से सनी हालत में पड़ी थीं। वहीं जांच में पता चला कि घर में रखने गहने और कैश गायब हैं। यशोदा के पति हरि नारायण की 10 साल पहले मौत हो चुकी थी। बेटा बिजेंदर दिव्यांग था।

घटना मकान की दूसरी मंजिल पर हुई है। बाकी परिवार तीसरी मंजिल पर सो रहा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है। मृतक यशोदा देवी पत्नी हरि नारायण, परिवार के साथ रहती थीं।

यशोदा के पति की करीब 10 साल पहले मौत हो चुकी है। यशोदा का बेटा बिजेंदर दिव्यांग था। मकान की तीसरी मंजिल पर बिजेंद्र का भाई धर्मेंद्र अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रह रहा है। सुबह यशोदा और उसके बेटे बिजेंद्र का शव कमरे में बेड के ऊपर मिला।

दोनों लहूलूहान पड़े थे। धर्मेंद्र के बच्चे जब नीचे आए तो उन्हें घटना का पता चला। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को घटना की सूचना दी। परिवार का आरोप है कि हत्यारे घर में घुसे और यशोदा और बिजेंद्र की हत्या कर दी।

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