Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

दक्षिणी चीन सागर को लेकर भारत का बड़ा कदम, इंडोनेशिया भेजी अपनी सबमरीन

Published

on

India big step regarding South China Sea

Loading

जकार्ता। दक्षिणी चीन सागर को लेकर चीन के कई आसियान देशों के साथ चल रहे विवाद के बीच भारत ने एक बड़ा कदम उठाते हुए पहली बार अपनी सबमरीन इंडोनेशिया भेजी है। भारतीय सबमरीन आईएनएस सिंधुकेसरी भारत की नीति आसियान देशों में कूटनीतिक और सैन्य पहुंच को बढ़ाने के तहत इंडोनेशिया के जकार्ता पहुंची है। 3000 टन वजनी आईएनएस सिंधुकेसरी बुधवार को सुंदा खाड़ी से होते हुए जकार्ता पहुंची।

इंडोनेशिया की नौसेना ने ट्वीट करते हुए लिखा ‘भारत और इंडोनेशिया के संबंधों को मजबूत करने के लिए इंडोनेशिया नौसेना भारतीय सबमरीन आईएनएस सिंधुकेसरी का जकार्ता में स्वागत करती है।’

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ऐसा पहली बार है कि इतनी दूरी पर सबमरीन को तैनात किया गया है। इससे भारतीय नौसेना की पानी के अंदर युद्ध लड़ने की क्षमताओं का सहज अंदाजा लग सकता है।

इंडोनेशिया में भारतीय सबमरीन की तैनाती इस लिए अहम है क्योंकि दक्षिणी चीन सागर के बड़े हिस्से पर चीन अपना दावा करता है। इसे लेकर अन्य आसियान देशों इंडोनेशिया, फिलीपींस, वियतनाम, मलेशिया, ताईवान और ब्रूनेई के साथ चीन का विवाद भी चल रहा है। दरअसल ये देश भी दक्षिणी चीन सागर के कुछ हिस्सों पर अपना दावा करते हैं।

यही वजह है कि दक्षिणी चीन सागर को लेकर तनाव बना हुआ है और चीन ने यहां एकतरफा कार्रवाई करते हुए कई कृत्रिम द्वीपों का निर्माण कर लिया है और इन द्वीपों पर अपनी नौसेना को तैनात कर दिया है।

इंडोनेशिया के तट पर भारतीय सबमरीन की तैनाती ऐसे समय हो रही है, जब बीते हफ्ते ही फिलीपींस के 21 मरीन जवानों ने ब्रह्मोस की एंटी शिप सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की ट्रेनिंग पूरी की है। 23 जनवरी से 11 फरवरी तक चली इस ट्रेनिंग में फिलीपींस के नौसैनिकों को ब्रह्मोस के ऑपरेशन और मेंटिनेंस आदि की जानकारी दी गई।

भारत ने फिलीपींस को ब्रह्मोस मिसाइल बेची हैं। बीते दिनों भारत ने सिंगापुर की नौसेना के साथ भी अग्नि वॉरियर नाम से युद्धाभ्यास किया था। साथ ही मलेशिया और इंडोनेशिया के साथ भी भारत की सेनाएं युद्धाभ्यास कर चुकी हैं।

इससे साफ है कि भारत आसियान देशों की मदद कर रहा है और यह उसकी चीन का मुकाबला करने की नीति का हिस्सा है। भारत और इंडोनेशिया की नौसेनाएं मिलकर इंटरनेशनल मेरीटाइम सीमा में साथ मिलकर पेट्रोलिंग भी करती हैं। पिछले साल ही भारत ने इंडोनेशिया के साथ मिलकर दो बार पेट्रोलिंग की।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान ने IMF के आगे फिर फैलाए हाथ, की नए लोन की डिमांड

Published

on

Loading

इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने आईएमएफ के सामने एक बार फिर भीख का कटोरा आगे कर दिया है। पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ ने आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मुलाकात कर उनसे नए ऋण कार्यक्रम पर चर्चा की है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा कि पीएम शहबाज की मुलाकात रियाद में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मौके पर हुई।

रियाद में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की एक बैठक से इतर शरीफ ने तीन अरब अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त व्यवस्था (एसबीए) हासिल करने में पाकिस्तान को समर्थन देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक जॉर्जीवा का शुक्रिया अदा किया। पाकिस्तान ने पिछले साल जून में तीन अरब अमेरिकी डॉलर का आईएमएफ कार्यक्रम हासिल किया था। पाकिस्तान मौजूदा एसबीए के इस महीने समाप्त होने के बाद एक नई दीर्घकालिक विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) की मांग कर रहा है।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के नुसार, “दोनों पक्षों ने पाकिस्तान के लिए एक अन्य आईएमएफ कार्यक्रम पर भी चर्चा की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पिछले वर्ष से हासिल लाभ समेकित हो और आर्थिक वृद्धि सकारात्मक बनी रही।’’ शरीफ ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब ने कहा कि इस्लामाबाद जुलाई की शुरुआत तक नए कार्यक्रम पर कर्मचारी स्तर का समझौता हासिल कर सकता है। यदि पाकिस्तान को यह मदद मिल गई तो उसको आईएमएफ की ओर से यह 24वीं सहायता होगी।

Continue Reading

Trending