Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

भरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला पत्रकार संग यह क्या कर बैठे राज्यपाल, हो रही फजीहत

Published

on

Loading

चेन्नई। तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने मंगलवार को भरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक महिला पत्रकार के सवाल पर उसके गाल थपथपाकर विवाद को जन्म दे दिया। कई वरिष्ठ पत्रकारों और नेताओं ने राज्यपाल की इस हरकत पर कड़ा विरोध जताया है। हालांकि अभी इस पर राज्यपाल की ओर से कोई बयान नहीं आया है।

राज्यपाल ने मंगलवार को राजभवन में देवांग आर्ट्स कॉलेज की प्रोफेसर निर्मला देवी के मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी। इस महिला लेक्चरर पर आरोप है कि उन्होंने अपनी छात्राओं को ज्यादा नंबर और पैसों के लिए अधिकारियों के साथ ‘एडजस्ट’ करने की सलाह दी थी। पुलिस ने इस संबंध में केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।

इसी प्रेस कॉन्फेस में तब सब चौंक गए जब एक महिला पत्रकार के सवाल पर राज्यपाल ने जवाब देने के बजाय उनके गाल सहला दिए। राज्यपाल की इस हरकत से पत्रकार काफी असहज हो गईं। महिला पत्रकार के मुताबिक, इस घटना के बाद उसने कई बार अपना मुंह धोया, लेकिन वो इस बात को भुला नहीं पा रही हैं।

महिला पत्रकार ने इसे गलत हरकत बताते हुए ट्विटर पर अपना गुस्सा जाहिर किया। महिला पत्रकार ने लिखा, मैंने तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से पत्रकार वार्ता में एक सवाल पूछा। जवाब देने की बजाय वे बिना मुझसे पूछे मेरा गाल सहलाने लगे। उन्होंने आगे लिखा, मैंने कई बार मेरा चेहरा धोया, लेकिन ये निशान नहीं छूट रहा है।

एक सुर में हुई निंदा
द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन ने अपने ट्विटर हैंडल से कहा, ‘यह ना केवल दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति का अनुपयुक्त कृत्य है।’ द्रमुक की राज्यसभा सदस्य कनिमोई ने ट्वीट किया, अगर संदेह नहीं भी किया जाए, तब भी सार्वजनिक पद पर बैठे एक व्यक्ति को इसकी मर्यादा समझनी चाहिए और एक महिला पत्रकार के निजी अंग को छूकर गरिमा का परिचय नहीं दिया या किसी भी इंसान द्वारा दिखाया जाने वाला सम्मान नहीं दर्शाया।

Continue Reading

नेशनल

जेपी नड्डा का ममता पर हमला, कहा- संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा

Published

on

Loading

नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पर तगड़ा हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि ममता दीदी ने बंगाल को क्‍या बना दिया है। जेपी नड्डा ने कहा कि संदेशखाली, ममता बनर्जी की निर्ममता और बर्बरता का संदेश चीख-चीख कर दे रहा है। ममता दीदी ने बंगाल को क्या बना दिया है? जहां रवींद्र संगीत गूंजना चाहिए था, वहां बम-पिस्तौल मिल रहे हैं।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। इसी से समझ सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने किस तरह अराजकता फैला रखी है। मैं बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता से अपील करता हूं कि आप सभी संदेशखाली पर ममता बनर्जी से जवाब मांगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली की पीड़िता को पार्टी का टिकट देकर भाजपा महिला सशक्तिकरण के संदेश को मजबूती दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को जवाब दिया है कि ये महिलाएं अकेली नहीं है उनके साथ पूरा समाज, पूरा देश खड़ा है। संदेशखाली में महिलाओं की इज्जत-आबरू और उनकी जमीनें बचाने के लिए वहां गई जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर भी घातक हमला किया गया।

जेपी नड्डा ने आगे कहा, “मैं आज समाचार पढ़ रहा था कि संदेशखाली में तलाशी के दौरान सीबीआई ने तीन विदेशी रिवॉल्वर, पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक रिवॉल्वर, बंदूकें, कई गोलियां और कारतूस बरामद किए हैं।” इसी से समझा जा सकता है कि ममता सरकार ने राज्य में किस तरह अराजकता फैला रखी है। उन्होंने पूछा कि क्या ममता बनर्जी जनता को डराकर, उनकी जान लेकर चुनाव जीतेंगी। क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रवीन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और महर्षि अरबिंदो जैसे मनीषियों ने ऐसे बंगाल की कल्पना की थी।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। ममता दीदी, यदि आपको ऐसा लगता है कि आप ऐसा करके चुनाव जीत जाएंगी तो ये आपकी भूल है। जनता आपको इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि ममता सरकार में तृणमूल कांग्रेस के शाहजहां शेख जैसे असामाजिक तत्व संदेशखाली में महिलाओं के अस्तित्व पर खतरा बने हुए हैं। महिलाओं के साथ जिस तरह का सलूक हो रहा है वह सच में बहुत ही संवेदनशील और कष्टदायी है।

Continue Reading

Trending