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गूगल ने Google Workspace में बढ़ाई स्टोरेज कैपेसिटी, अब मिलेगी 1TB

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Google Workspace

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नई दिल्ली। Google Workspace individual सब्सक्रिप्शन की घोषणा पिछले साल जून में इंडिविजुअल छोटे व्यवसाय मालिकों के लिए की गई थी। यह प्रीमियम, वीडियो कॉलिंग, लंबे ग्रुप कॉल, प्रोफेशनल बुकिंग पेज के माध्यम से आसान अपॉइंटमेंट बुकिंग, और अधिक फीचर्स प्रदान करता है।

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अब, गूगल ने सभी गूगल वर्कस्पेस ग्राहकों के लिए ईमेल पर्सनलाइजेशन में बढ़े हुए स्टोरेज कैपेसिटी और एडवांस की घोषणा की है। गूगल वर्कस्पेस इंडिविजुअल सब्सक्रिप्शन अब 15GB के बजाय 1TB सिक्योर क्लाउड स्टोरेज के साथ आएगा।

100+ फाइल टाइप स्टोर कर सकेंगे यूजर्स

गूगल वर्कस्पेस इंडिविजुअल अकाउंट्स को अंतिम यूजर्स की ओर से किसी कार्रवाई की आवश्यकता के बिना ऑटोमैटिकली 15GB से 1TB क्लाउड स्टोरेज में अपग्रेड कर दिया जाएगा। यूजर पीडीएफ और सीएडी फाइल्स सहित क्लाउड स्टोरेज पर 100 से अधिक फाइल टाइप को भी स्टोर कर सकते हैं। इसके अलावा, यूजर Microsoft Office फाइल्स को कन्वर्ट किए बिना एडिट और कोलैबोरेट कर सकते हैं।

गूगल का कहना है कि ड्राइव मैलवेयर, स्पैम और रैंसमवेयर के खिलाफ इनबिल्ट-प्रोटेक्शन के साथ आता है, इसलिए यदि कोई यूजर गलती से मैक्रो-इनेबल मैलेशियस डॉक्यूमेंट्स फाइल खोलता है, तो भी फाइलें सुरक्षित रहती हैं।

यूजर्स को मिलेगा मेल मर्ज टैग फीचर

इससे पहले गूगल ने वर्कस्पेस यूजर्स के लिए मल्टी-सेंड मोड लॉन्च किया था। यह यूजर्स को प्राइवेसी बनाए रखते हुए आसानी से कई प्राप्तकर्ताओं को ईमेल भेजने की सुविधा देता है। कंपनी ने मेल मर्ज टैग जोड़े ताकि यूजर मल्टी-सेंड ईमेल जैसे @firstname और @lastname को पर्सनलाइज कर सकें।

इस फीचर के साथ, प्रत्येक व्यक्ति को एक इंडिविजुअल ईमेल प्राप्त होगा जो ऐसा महसूस कराता है कि ये मेल केवल उनके लिए ही तैयार किया गया है। मल्टी-सेंड ईमेल में डिफ़ॉल्ट रूप से एक अनसब्सक्राइब लिंक भी शामिल होगा ताकि प्राप्तकर्ता भविष्य के संदेशों से ऑप्ट-आउट कर सकें यदि वे ऐसा करना चाहते हैं।

इन नए देशों में लॉन्च हो रही सर्विस

गूगल वर्कस्पेस फोर इंडिविजुअल्स फिलीपींस, वियतनाम, इंडोनेशिया, मलेशिया, ताइवान, थाईलैंड, नीदरलैंड, पुर्तगाल, बेल्जियम, फ़िनलैंड, ग्रीस और अर्जेंटीना समेत नए देशों और क्षेत्रों में लॉन्च हो रहा है। यह सर्विस संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, मैक्सिको, ब्राजील, जापान, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, इटली, स्पेन, जर्मनी, यूके और स्विटजरलैंड में भी उपलब्ध है। गूगल यूजर्स को फ्री वर्कस्पेस इंडिविजुअल के लिए 14-दिन का फ्री ट्रायल प्रदान कर रहा है।

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केंद्र सरकार का बड़ा एक्शन, 70 लाख मोबाइल नंबर हुए सस्पेंड; जानें क्या है कारण 

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70 lakh mobile numbers suspended in INDIA

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नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने एक बड़ा एक्शन लेते हुए 70 लाख मोबाइल नंबर को सस्पेंड कर दिया है। यानी इन मोबाइल नंबर का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। अब आपके जेहन में ही यही सवाल आ रहा होगा कि आखिर सरकार की ओर से यह कदम क्यों उठाया गया है। दरअसल, यह कदम बढ़ते डिजिटल फ्रॉड को देखते हुए उठाया गया है।

इस वजह से हुए मोबाइल नंबर सस्पेंड

सस्पेंड किए गए ये वे मोबाइल नंबर थे जो किसी तरह के संदिग्ध लेन-देन से जुड़े थे। दरअसल, इस मामले को लेकर वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने मंगलवार को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इंटरनेट के समय में डिजिटल पेमेंट को लेकर हो रही धोखाधड़ी को देखते हुए ऐसा किया गया है। बता दें, वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने यह जानकारी डिजिटल पेमेंट को लेकर धोखाधड़ी और इससे जुड़े मुद्दों पर बैठक के बाद दी है।

जनवरी में होगी अगली बैठक

जोशी ने कहा है कि डिजिटल फ्रॉड के बढ़ते मामलों को देखते हुए बैंकों को भी निर्देश दिए गए हैं। बैंकों को उनकी प्रक्रियाओं और प्रणालियों को पहले से मजबूत बनाने को कहा गया है। उन्होंने बैठक को लेकर जानकारी देते हुए कहा है कि इस मुद्दे पर आगे भी बैठकें होती रहेंगी। इसी के साथ मामले पर अगली बैठक अगले साल जनवरी में रखी गई है।

वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (AEPS) धोखाधड़ी को लेकर कहा है कि राज्यों को इस मुद्दे पर ध्यान देने की जरूरत है। इसी के साथ राज्य सरकारों को डेटा सुरक्षा को भी मजबूत बनाने पर गौर देना चाहिए।

फ्रॉड के मामले कैसे होंगे कम

विवेक जोशी ने कहा है कि डिजिटल धोखाधड़ी को लेकर जागरुकता बेहद जरूरी है। इस तरह की धोखाधड़ी पर लगाम लगाने के लिए जरूरी है कि समाज को इन मामलों से अवगत करवाया जाए और जागरुक किया जाए। मालूम हो कि हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी साइबर धोखाधड़ी को लेकर समाज को जागरुक करने की बात पर जोर दिया था।

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