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प्रादेशिक

लखनऊ: 8वें अंतरराष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन में देश के वरिष्ठ पत्रकारों ने की शिरकत, महिला हिंसा पर रखे अपने विचार

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लखनऊ। महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए मीडिया, स्कूल और समाज की भूमिका पर रविवार को लखनऊ के कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल के सभागार में 8वें अंतरराष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ। मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सीएम योगी के साथ इस सम्मेलन में कई वरिष्ठ पत्रकारों ने भी शिरकत की।

कार्यक्रम में शिरकत करने वाले वरिष्ठ पत्रकारों ने रेप जैसे संवेदनशील मुद्दे पर अपने विचार साझा किए और बताया कि महिलाओं के साथ हो रहीं इस तरह की घटनाओं में समाज, स्कूल और मीडिया की क्या भुमिका है। वरिष्ठ पत्रकार अजीत अंजुम ने कहा कि, “बदलाव हमारे घर से शुरू होगा। इस पर सरकार और पुलिस दोनों को सहयोग करना चाहिए लेकिन इसमें समाज की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि महिलाओं पर अत्याचार की अधिकतम घटनाएं परिवार, परिचित या परिवेश द्वारा ही होती हैं।”

हिन्दुस्तान के प्रधान संपादक शशि शेखर ने कहा कि, “इस तरह की घटनाओं में हर तरह के समाज की दो सौ प्रतिशत भूमिका है, चाहे वो रक्षक समाज हो या भक्षक। अगर बात मीडिया की करें तो मीडिया को अपना काम पूरी संवेदनशीलता के साथ करना चाहिए।”

सहारा समय के एडिटर रमेश अवस्थी ने कहा कि, “इस तरह की घटनाओं में सबसे बड़ी भूमिका स्कूल की है क्योंकि जब नारी शिक्षित होगी, हिंसा के प्रति जागरुक होगी तो समाज शिक्षित और जागरुक होगा और मीडिया हमेशा से ही महिलाओं के प्रति हिंसा की ख़बरों को उठाता रहा है, जैसे निर्भया रेप कांड, जेसिका लाल हत्याकांड और बिहार में महिलाओं पर हुए अत्याचार की खबरें, जो मीडिया ने उजागर कीं और समाज में बदलाव आया।”

नवभारत टाइम्स के स्थानीय संपादक सुधीर मिश्र ने कहा, “मेरे हिसाब से इसमें सबसे बड़ी भूमिका घर-परिवार की है, जिन्हें अपनी बेटियों को बराबरी का दर्जा देना चाहिए। जब तक हम लड़की और लड़के का भेद घर में रखेंगे, समस्या हल होने वाली नहीं है। जब तक हम लड़के को आज़ादी देंगे और लड़कियों को रोकेंगे, जहां इस तरह का भेदभाव होगा, समस्या आएगी ही आएगी।”

इससे पहले सीएमएस के संस्थापक जगदीश गांधी ने सभी का स्वागत करते हुए महिलाओं और बालिकाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा पर अपने विचार व्यक्त किए। आयोजन का शुभारंभ राष्ट्रगीत ‘वन्दे मातरम’ से हुआ।

उत्तर प्रदेश

देवरिया में डीजे बजाने को लेकर हुए विवाद के बाद पुजारी की पीट-पीटकर हत्या, इलाके में फैला तनाव

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देवरिया। देवरिया जिले में डीजे बजाने को लेकर हुए विवाद के बाद मंदिर के एक पुजारी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया। सुरक्षा के लिहाज से इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। पुलिस ने बुधवार को बताया कि घटना मंगलवार रात तेनुआ चौबे गांव में हुई। इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है।

पुलिस अधीक्षक (एसपी) संकल्प शर्मा ने कहा, “मृतक पुजारी की पहचान अशोक चौबे (60) के रूप में हुई है। अशोक चौबे को उन लोगों ने लाठियों से पीटा, जिनके साथ उनका डीजे बजाने को लेकर विवाद हुआ था।

उन्होंने आगे कहा कि पुजारी अशोक चौबे को गंभीर हालत में इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने हौसला पासवान समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया है। एसपी ने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए गांव और मंदिर में पुलिस बल तैनात किया गया है।

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