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बिजनेस

जियो के आगे सब फेल, पूर्वी यूपी में साल 2023 में रहा नंबर एक टेलीकॉम ऑपरेटर

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लखनऊ। वर्ष 2023 में पूर्वी उत्तर प्रदेश (यूपी) में हाई स्पीड नेटवर्क, निर्बाध कनेक्टिविटी और अपने सबसे सस्ते फ़ोन की सहज उपलब्धता की वजह से जियो नंबर एक टेलीकॉम ऑपरेटर बना रहाI भारतीय रेगुलेटरी बॉडी ट्राई द्वारा पूरे वर्ष में जारी किये गए आकड़ों के अनुसार हर महीने पूर्वी यूपी में जियो ने सबसे अधिक उपभोक्ताओं को अपने नेटवर्क से जोड़ा है और लगातार नंबर एक पायदान पर जमा हुआ हैI

इसी क्रम में ट्राई की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार सितम्बर 2023 में भी जियो ने सबसे अधिक उपभोक्ताओं को अपने नेटवर्क से जोड़ा है जो लगभग 4.26 लाख हैं I दूसरी प्राइवेट टेलीकॉम कंपनी एयरटेल केवल लगभग 87 हज़ार उपभोक्ता जोड़ने में सफल हो पायी है I इसके अलावा वोडाफोन-आईडिया लगातार अपने ग्राहक खो रही है I सितम्बर 2023 में वोडाफोन आईडिया ने करीब 1.78 लाख उपभोक्ता खो दिए I यही हाल सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल का रहा I इसी महीने में बीएसएनएल ने बड़ी मात्रा में – लगभग 4 लाख उपभोक्ता खो दिए I

पिछले तीन महीने जून, जुलाई और अगस्त में जियो ने सबसे अधिक उपभोक्ता, क्रमशः लगभग 3.45 लाख, 3.93 लाख और 3.89 लाख उपभोक्ता अपने नेटवर्क से जोड़े हैं I ट्राई की रिपोर्ट के अनुसार सितम्बर 2023 महीने में पूर्वी यूपी टेलीकॉम क्षेत्र में करीब 10.03 करोड़ टेलीकॉम उपभोक्ता थे, जिसमें से अकेले जियो की पास सबसे अधिक, करीब 3.74 करोड़ उपभोक्ता मौजूद थे I

बाकी सभी टेलीकॉम ऑपरेटरों ने वर्ष 2023 में पूर्वी यूपी में या तो बहुत कम उपभोक्ताओं को अपने नेटवर्क से जोड़ा है या बड़ी मात्रा में उपभोक्ता खो दिये हैं I सम्पूर्ण भारत में भी जियो सितम्बर महीने में सबसे अधिक उपभोक्ता अपने नेटवर्क से जोड़ने में सफल रहा है I जियो ने इस माह में पूरे देश में 34.75 लाख उपभोक्ता जोड़े हैं I

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बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

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नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

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