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अंबेडकर विश्व मानव थे : मोदी

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बी.आर. अम्बेडकर की तुलना मार्टिन लूथर किंग से, अंबेडकर कमजोर तबके की आवाज, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बी.आर. अम्बेडकर

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बी.आर. अम्बेडकर की तुलना मार्टिन लूथर किंग से, अंबेडकर कमजोर तबके की आवाज, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बी.आर. अम्बेडकर

नई दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बी.आर. अम्बेडकर की तुलना मार्टिन लूथर किंग से करते हुए उन्हें ‘विश्व मानव’ करार दिया। यहां बी.आर.अम्बेडकर राष्ट्रीय स्मारक के लिए आधारशिला रखने के बाद मोदी ने कहा, “यदि मार्टिन लूथर किंग को विश्व में अन्याय के खिलाफ लड़ने वाले चेहरे के रूप में जाना जाता है, तो अम्बेडकर को भी इससे कमतर रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।” प्रधानमंत्री ने इस धारणा को दूर करने की कोशिश की कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दलित-विरोधी है। उन्होंने कहा कि केंद्र में चाहे प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजयपेयी के नेतृत्व वाली सरकार हो या विभिन्न राज्यों में भाजपा की सरकारें, इन्होंने हमेशा बी.आर. अंबेडकर की सीख तथा उनके मूल्यों को आगे बढ़ाने की कोशिश की है। मोदी ने कहा, “हमारे बारे में गलतफहमियां अब भी हैं, लेकिन सच यह है कि भाजपा में हमने अंबेडकर को हमेशा सम्मान दिया।”

अम्बेडकर राष्ट्रीय स्मारक  की आधारशिला रखी पीएम मोदी ने

प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार देश के 18,000 गांवों में बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित कर अंबेडकर के सपनों को साकार करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, “जब आपको इन गांवों में बिजली मिले तो इसका श्रेय मोदी (मुझे) को न दें, बल्कि अंबेडकर को दें।” कांग्रेस का नाम लिए बगैर उस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “यह सब उनके (अम्बेडकर) विचार हैं, जिन्हें इस दौरान कुछ लोगों ने साकार नहीं होने दिया।” उन्होंने यह भी कहा कि आजादी के 60 साल बाद भी भारत के कई गांव अंधेरे में डूबे हैं। मोदी ने कहा, “वह (अंबेडकर) सभी मानवीय मूल्यों के संरक्षक थे।” मोदी ने गरीब तथा मध्यम वर्गीय लोगों के विकास को लेकर अंबेडकर की दृष्टि की भी सराहना की। उन्होंने यह भी कहा कि अंबेडकर ने श्रम शक्ति के कल्याण और औद्योगीकरण के बीच उचित तालमेल स्थापित करने की कोशिश की।

प्रधानमंत्री ने कहा, “उनके पास भारत के समुद्री संसाधन, बिजली क्षेत्र और अन्य चीजों को समझने की दूरदर्शिता थी.. वह हमेशा लोगों को शिक्षित करना चाहते थे।” उन्होंने कहा, “अंबेडकर ने लोगों को ज्ञान अर्जित करने की प्रेरणा दी, जिससे उन्हें उनकी आंतरिक शक्ति का एहसास हुआ।” मोदी ने अंबेडकर के आर्थिक दर्शन को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनके दर्शन में किसानों का कल्याण भी शामिल था।प्रधानमंत्री ने कहा, “उनके कई सपनों में से एक को साकार करने के लिए मैं 14 अप्रैल को एक ऐसी तकनीक लांच करूंगा, जिससे किसानों को कृषि उत्पादों के बाजार मूल्य की अद्यतन जानकारी मिल सकेगी।”

नेशनल

जेपी नड्डा का ममता पर हमला, कहा- संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा

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नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पर तगड़ा हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि ममता दीदी ने बंगाल को क्‍या बना दिया है। जेपी नड्डा ने कहा कि संदेशखाली, ममता बनर्जी की निर्ममता और बर्बरता का संदेश चीख-चीख कर दे रहा है। ममता दीदी ने बंगाल को क्या बना दिया है? जहां रवींद्र संगीत गूंजना चाहिए था, वहां बम-पिस्तौल मिल रहे हैं।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। इसी से समझ सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने किस तरह अराजकता फैला रखी है। मैं बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता से अपील करता हूं कि आप सभी संदेशखाली पर ममता बनर्जी से जवाब मांगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली की पीड़िता को पार्टी का टिकट देकर भाजपा महिला सशक्तिकरण के संदेश को मजबूती दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को जवाब दिया है कि ये महिलाएं अकेली नहीं है उनके साथ पूरा समाज, पूरा देश खड़ा है। संदेशखाली में महिलाओं की इज्जत-आबरू और उनकी जमीनें बचाने के लिए वहां गई जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर भी घातक हमला किया गया।

जेपी नड्डा ने आगे कहा, “मैं आज समाचार पढ़ रहा था कि संदेशखाली में तलाशी के दौरान सीबीआई ने तीन विदेशी रिवॉल्वर, पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक रिवॉल्वर, बंदूकें, कई गोलियां और कारतूस बरामद किए हैं।” इसी से समझा जा सकता है कि ममता सरकार ने राज्य में किस तरह अराजकता फैला रखी है। उन्होंने पूछा कि क्या ममता बनर्जी जनता को डराकर, उनकी जान लेकर चुनाव जीतेंगी। क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रवीन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और महर्षि अरबिंदो जैसे मनीषियों ने ऐसे बंगाल की कल्पना की थी।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। ममता दीदी, यदि आपको ऐसा लगता है कि आप ऐसा करके चुनाव जीत जाएंगी तो ये आपकी भूल है। जनता आपको इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि ममता सरकार में तृणमूल कांग्रेस के शाहजहां शेख जैसे असामाजिक तत्व संदेशखाली में महिलाओं के अस्तित्व पर खतरा बने हुए हैं। महिलाओं के साथ जिस तरह का सलूक हो रहा है वह सच में बहुत ही संवेदनशील और कष्टदायी है।

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