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मुख्य समाचार

बस दो दिन का इंतजार और कर्नाटक के किसान हो जाएंगे मालामाल

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कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा कर्नाटक के किसानों के लिए एक घोषणा करने वाले हैं। इस घोषणा से कर्नाटक के किसानों के चेहरे पर खुशी आ जाएगी। बस दो दिन का इंतजार करना है।

कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने गुरुवार को पद की शपथ लेने के कुछ घंटे बाद कहा कि वह भाजपा के चुनावी वादे के अनुसार पूरे राज्य के किसानों के फसल ऋण को जल्द ही माफ करेंगे।

येदियुरप्पा ने यहां मीडिया से कहा, “मैंने किसानों से वादा किया था कि मुख्यमंत्री बनने के तुरंत बाद मैं किसानों के एक लाख रुपए तक के फसल ऋण को माफ कर दूंगा। मैंने मुख्य सचिव (के. रत्ना प्रभा) को इस बारे में जानकारी देने के लिए कहा है और हम लोग दो दिनों में ऋण माफी की घोषणा करेंगे।”

भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में सरकार बनाने की स्थिति में सभी किसानों द्वारा राष्ट्रीयकृत और सहकारी बैंकों से लिए गए एक लाख रुपए तक के फसल ऋण को माफ करने का वादा किया था।

पार्टी ने अपने घोषणापत्र में कहा था कि सरकार बनने के बाद पार्टी छोटे और शुष्क भूमि वाले सीमांत किसानों को 10,000 रुपए सीधे देकर मदद करेगी और सुनिश्चित करेगी कि किसानों को न्यूनतम समर्थन मुल्य का डेढ़ गुना मिले।

पार्टी ने कीमतों के उतार-चढ़ाव के दौरान 5000 करोड़ रुपए की ‘रैथा बंधु मार्केट इंटरवेंशन फंड’ की भी घोषणा की थी और इसके साथ ही किसानों की परियोजनाओं के निरीक्षण के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय के अधीन ‘रैथा बंधु’ विभाग स्थापना करने की घोषणा की थी।

पार्टी ने चुनाव से पहले कहा था, “राज्य के 1,000 किसानों को प्रति वर्ष ‘चीफ मिनिस्टर फैलोशिप फॉर एग्रीकल्चर’ के अंतर्गत बेहतर कृषि कार्यों के अध्ययन के लिए इजरायल और चीन जैसे देश भेजा जाएगा।” इनपुट आईएएनएस

 

नेशनल

दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अरविंदर सिंह लवली ने अपने पद से इस्तीफा, ‘आप’ से गठबंधन के थे खिलाफ

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नई दिल्ली। दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अरविंदर सिंह लवली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। लवली ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अपना इस्तीफा भेज दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे में उन सभी बातों का जिक्र किया है जिसके खिलाफ थे। उन्होंने ये भी बताया है कि वो दिल्ली में आम आदमी पार्टी से गठबंधन के खिलाफ थे।

पिछले काफी दिनों से अरविंदर सिंह लवली प्रदेश कार्यालय भी नहीं आ रहे थे, वह चाहते थे कि उत्तर पश्चिमी दिल्ली से राजकुमार चौहान को टिकट मिले लेकिन ऐसा न होने पर वे नाराज बताए जा रहे थे। वहीं अब अपने इस्तीफे में लवली ने पार्टी से नाराजगी की अहम वजह आम आदमी पार्टी से गठबंधन भी बताया है।

अरविंदर सिंह लवली ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे अपने इस्तीफे में लिखा कि दिल्ली कांग्रेस उस पार्टी के साथ गठबंधन के खिलाफ थी, जो कांग्रेस पार्टी के खिलाफ झूठे, मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के एकमात्र आधार पर बनी थी। इसके बावजूद, पार्टी ने दिल्ली में AAP के साथ गठबंधन करने का फैसला किया।

अपने इस्तीफे में अरविंदर सिंह लवली ने कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैया कुमार को लेकर भी नाराजगी जताई। उन्होंने लिखा कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली से उम्मीदवार (कन्हैया कुमार) पार्टी लाइन और मान्यताओं का खंडन करते हुए दिल्ली के सीएम की झूठी प्रशंसा कर रहे हैं और मीडिया में बयान दे रहे हैं। उन्होंने दिल्ली के नागरिकों की पीड़ा को न देखते हुए शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और बिजली क्षेत्र में किए गए कथित कार्यों को लेकर आप के झूठे प्रचार का समर्थन किया। लवली ने स्पष्ट तौर पर कन्हैया कुमार के चुनाव प्रचार की आलोचना की है।

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