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आसाराम केसः किसी भी वक्त आ सकता है फैसला, ये हैं गंभीर आरोप

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जयपुर। आसाराम रेप केस में बुधवार को किसी भी समय फैसला आ सकता है। नाबालिग लड़की से तंत्र-मंत्र के बहाने बलात्कार करने के आरोपी आसाराम 2013 से जेल में बंद है। आज आने वाले फैसले से यह साफ हो जाएगा कि उन्हें अभी और जेल की सजा काटनी पड़ेगी या उन्हें बरी कर दिया जाएगा। आपको बता दें कि अगर आसाराम दोषी साबित होते हैं तो उन्हें 10 साल की सजा हो सकती है। आसाराम पर केवल नाबालिग से दुष्कर्म का ही आरोप नहीं है उनपर कई और भी गंभीर आरोप लगे हैं जिसकी वजह से उन्हें उम्रकैद भी हो सकती है।

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साभार इंटरनेट

इन मामलों में आरोपी हैं आसाराम

1-   जोधपुर आश्रम में नाबालिग से रेप

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साभार इंटरनेट

बुधवार को इसी केस पर अदालत अपना फैसला सुनाने जा रही है। मामला 16 साल की नाबालिग लड़की से बलात्कार का है। आसाराम पर आरोप है कि उन्होंने  छिंदवाड़ा के गुरुकुल में पढ़ने वाली छात्रा से रेप किया है। पीड़िता के मां-बाप आसाराम के भक्त थे। जब छात्रा छिंदवाड़ा में बीमार पड़ी तो उसे आसाराम के पास लाया गया जहां बाद में  इलाज के नाम पर नाबालिग लड़की का रेप किया गया।

2 – सूरत की दो बहनों से रेप का भी है आरोपी

गुजरात के सूरत शहर से सत्संग में आईं दो बहनों ने भी आसाराम पर रेप का आरोप लगाया था। केस अभी कोर्ट में है।

3 – 2008 में आश्रम से पाए गए थे दो बच्चों के कंकाल

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साभार इंटरनेट

मामला 2008 का है। साबरमती में आसाराम के आश्रम मोटेरा में कथित तौर पर दो बच्चों के कंकाल मिलने से हड़कंप मच गया था। पूरे मामले में आश्रम के 7 साधक को गिरफ्तार किया गया था। माना जाता है कि तंत्र-मंत्र के दौरान बच्चों की बलि दी गई थी। हालांकि मामले पर बने जांच आयोग की रिपोर्ट अभी तक जनता के सामने नहीं आई।

4- 9 गवाहों पर हुए हमलों में की हत्या

रेप केस में आसाराम जब से जेल में बंद है तब उनके खिलाफ गवाही देने वाले 9 गवाहों में पर हमले हो चुके हैं। इनमें से तीन गवाहों को अपनी जान तक गंवानी पड़ी। आपको बता दें कि बुधवार को रेप केस में आसाराम के भविष्य पर फैसला आने वाला है। जिस वजह से दिल्ली, अहमदाबाद और जयपुर समेत जगह-जगह बने आश्रमों पर उनके अनुयाई इकट्ठे हो रहे हैं और जोधपुर की विशेष अदालत के फैसले का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रसाशन पूरी तरह से मुस्तैद है।

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जेपी नड्डा का ममता पर हमला, कहा- संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा

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नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पर तगड़ा हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि ममता दीदी ने बंगाल को क्‍या बना दिया है। जेपी नड्डा ने कहा कि संदेशखाली, ममता बनर्जी की निर्ममता और बर्बरता का संदेश चीख-चीख कर दे रहा है। ममता दीदी ने बंगाल को क्या बना दिया है? जहां रवींद्र संगीत गूंजना चाहिए था, वहां बम-पिस्तौल मिल रहे हैं।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। इसी से समझ सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने किस तरह अराजकता फैला रखी है। मैं बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता से अपील करता हूं कि आप सभी संदेशखाली पर ममता बनर्जी से जवाब मांगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली की पीड़िता को पार्टी का टिकट देकर भाजपा महिला सशक्तिकरण के संदेश को मजबूती दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को जवाब दिया है कि ये महिलाएं अकेली नहीं है उनके साथ पूरा समाज, पूरा देश खड़ा है। संदेशखाली में महिलाओं की इज्जत-आबरू और उनकी जमीनें बचाने के लिए वहां गई जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर भी घातक हमला किया गया।

जेपी नड्डा ने आगे कहा, “मैं आज समाचार पढ़ रहा था कि संदेशखाली में तलाशी के दौरान सीबीआई ने तीन विदेशी रिवॉल्वर, पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक रिवॉल्वर, बंदूकें, कई गोलियां और कारतूस बरामद किए हैं।” इसी से समझा जा सकता है कि ममता सरकार ने राज्य में किस तरह अराजकता फैला रखी है। उन्होंने पूछा कि क्या ममता बनर्जी जनता को डराकर, उनकी जान लेकर चुनाव जीतेंगी। क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रवीन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और महर्षि अरबिंदो जैसे मनीषियों ने ऐसे बंगाल की कल्पना की थी।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। ममता दीदी, यदि आपको ऐसा लगता है कि आप ऐसा करके चुनाव जीत जाएंगी तो ये आपकी भूल है। जनता आपको इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि ममता सरकार में तृणमूल कांग्रेस के शाहजहां शेख जैसे असामाजिक तत्व संदेशखाली में महिलाओं के अस्तित्व पर खतरा बने हुए हैं। महिलाओं के साथ जिस तरह का सलूक हो रहा है वह सच में बहुत ही संवेदनशील और कष्टदायी है।

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