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मुख्य समाचार

जस्टिस संजय मिश्रा उत्तर प्रदेश के लोकायुक्त नियुक्त

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नई दिल्ली| सर्वोच्च न्यायालय ने गुरुवार को जस्टिस संजय मिश्रा को उत्तर प्रदेश का नया लोकायुक्त नियुक्त किया। वह इलाहाबाद उच्च न्यायालय में न्यायाधीश रह चुके हैं। जस्टिस रंजन गोगोई और जस्टिस प्रफुल्ल सी. पंत की मौजूदगी वाली शीर्ष न्यायालय की पीठ ने संजय मिश्रा की बतौर लोकायुक्त नियुक्ति की। इसके साथ ही 16 दिसंबर, 2015 को जस्टिस वीरेंद्र सिंह को उत्तर प्रदेश का लोकायुक्त बनाने का आदेश वापस ले लिया।

सर्वोच्च न्यायालय ने 16 दिसंबर, 2015 को सिंह को लोकायुक्त नियुक्त करने का आदेश देने संबंधी घटनाक्रम को याद कर अफसोस जताया कि उत्तर प्रदेश के संवैधानिक पदाधिकारी-मुख्यमंत्री, विपक्ष के नेता (एलओपी)और इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश तमाम बैठकों के बावजूद लोकायुक्त की नियुक्ति के आसान से मसले पर निर्णय नहीं ले सके।

नेशनल

जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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