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अन्तर्राष्ट्रीय

मोदी का सिंगापुर में औपचारिक स्वागत, राष्ट्रपति से मिले

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सिंगापुर| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सिंगापुर में अपने भव्य स्वागत के बाद यहां के राष्ट्रपति टोनी तान केंग याम से मुलाकात की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने इस बाबत ट्विटर पर लिखा, “शीर्ष व्यक्ति से मिलकर शुरुआत की। प्रधानमंत्री मोदी ने सिंगापुर के राष्ट्रपति टोनी तान केंग याम से मुलाकात की।”

टोनी तान केंग याम ने इस साल की शुरुआत में भारत दौरा किया था।

स्वरूप ने सुबह में सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सेन लुंग के साथ मोदी की तस्वीरों को साझा करते हुए ट्वीट किया, “इस्ताना में औपचारिक स्वागत। सिंगापुर के राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी भरा स्वागत।”

मोदी ने अपने सिंगापुर दौरे के दूसरे और अंतिम दिन की शुरुआत देश के अग्रणी कारोबारियों के साथ नाश्ते पर मुलाकात से की।

स्वरूप ने ट्विटर पर लिखा, “नाश्ते के साथ दिन की शुरुआत। प्रधानमंत्री मोदी ने सिंगापुर के अग्रणी नेताओं और कारोबारियों के साथ सुबह बैठक की।”

मोदी सोमवार को मलेशिया से सिंगापुर पहुंचे।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

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नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

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