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प्रादेशिक

तेलंगाना, आंध्र में भी उबेर पर प्रतिबंध

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हैदराबाद| तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में अधिकारियों ने उबेर कैब सेवा पर प्रतिबंध लगा दिया है। दोनों राज्यों के परिवहन विभाग ने कहा है कि उबेर को राज्य में परिचालन की इजाजत नहीं है। इसके अलावा लोगों को ऐप आधारित कैब सेवा का इस्तेमाल न करने की सलाह दी गई है। हैदराबाद और पड़ोसी रंगा रेड्डी जिले में बुधवार को सड़क परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) की विशेष टीमों एवं पुलिस ने उबेर और परिचालित अन्य गैर कानूनी कैब सर्विस के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की।

इस दौरान अधिकारियों ने हैदराबाद में कई कैब जब्त किए। सरकार ने यह कदम देश की राजधानी दिल्ली में उबेर कंपनी के एक कैब ड्राइवर द्वारा 26 वर्षीया महिला से कैब में दुष्कर्म किए जाने के बाद उठाया गया है। तेलंगाना के परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि उबेर जैसी अन्य कंपनियों पर भी प्रतिबंध लगाया जाएगा। अधिकारी ने कहा, “उबेर महज एक वेब आधारित संगठन है। हम गैर लाइसेंसी और गैर पंजीकृत कैब संचालकों को संचालन की अनुमति नहीं देंगे।”

उत्तर प्रदेश

दो दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, परिवार संग किए रामलला के दर्शन

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नई दिल्ली। दो दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को अपने परिवार के साथ रामलला के दर्शन किए। इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति मंदिर परिसर में करीब डेढ़ घंटे तक रहे। उन्होंने राम मंदिर निर्माण सहित पूरे परिसर को देखा। इस दो दिवसीय यात्रा में करीब 80 लोगों को समूह उनके साथ है।

उनकी अगवानी के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पत राय पहले से मंदिर परिसर में थे। पूर्व राष्ट्रपति रामलला के दर्शन-पूजन के बाद कुबेर टीला भी गये और पक्षिराज जटायु की विशाल प्रतिमा के समक्ष श्रद्धापूर्वक नतमस्तक हुए। पूर्व राष्ट्रपति कोविंद शुक्रवार दोपहर बाद ही परिवारजनों के साथ रामनगरी पहुंच गए थे। पहले से निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार वह वंदे भारत ट्रेन से परिवार समेत अयोध्या पहुंचे। अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन से सभी जैन मंदिर पहुंचे। इसके बाद पूरे परिवार के साथ पूर्व राष्ट्रपति मां सरयू के तट पर दर्शन-पूजन के लिए पहुंचे। उन्होंने सरयू की आरती उतारी। फिर हनुमान जी के दरबार पहुंचकर दर्शन किये।

पत्रकारों से बातचीत में पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि सरयू आरती में भाग लेना अपने आप में एक दिव्य अनुभूति है। ऐसा लगता है कि हम 500 वर्ष पूर्व के कालखंड में पहुंच गये हैं। सरयू की कृपा और बहुत सारे कारणों से राम मंदिर का निर्माण संभव हो सका है। जैन मंदिर के व्यवस्थापक विजय कुमार जैन ने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति की यह पूर्ण रूप से धार्मिक यात्रा है।

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