Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मनोरंजन

रीमेक बनाना चुनौतीपूर्ण : उमंग कुमार

Published

on

Loading

मुंबई| ‘मेरी कॉम’ फिल्म के निर्देशक उमंग कुमार कहते हैं कि रीमेक बनाना चुनौतीपूर्ण है। उमंग मंगलवार रात अजय देवगन और तब्बू अभिनीत ‘दृश्यम’ की विशेष स्क्रीनिंग में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, “रीमेक बनाना चुनौतीपूर्ण होता है, क्योंकि आपको वही फिल्म दोबारा बनानी पड़ती है और उसके बाद उसे बेहतर बनाने के लिए अपने हिसाब से रंग-रूप देना पड़ता है। रीमेक बनाते वक्त बहुत सिरदर्दी होती है, क्योंकि मूल फिल्म सफल हुई होती है, इसलिए आपकी फिल्म से भी सफलता की उम्मीद की जाती है।”

उमंग ने ‘दृश्यम’ के बारे में कहा, “मैंने अब तक कोई रीमेक या मूल फिल्म नहीं देखी है, इसके लिए भगवान को शुक्रिया। मैं अब बेफिक्र होकर फिल्म देख सकता हूं।”‘दृश्यम’ की स्क्रीनिंग में अभिनेत्री प्राची देसाई, दर्शन कुमार, शेखर सुमन, अध्ययन सुमन, केन घोष, केतन मेहता, कामत, डेविड, धवन, उमंग कुमार और कई अन्य चर्चित चेहरे भी पहुंचे।यह मलयालम फिल्म ‘दृश्यम’ का रीमेक है। यह 31 जुलाई को रिलीज हो रही है।

प्रादेशिक

13 साल बाद एक्ट्रेस को मिला इंसाफ, कोर्ट ने हत्यारे बाप को सुनाई फांसी की सजा

Published

on

Loading

मुंबई। एक्ट्रेस लैला खान और उसके पूरे परिवार के हत्यारे सौतेले पिता को मुंबई की सेशन कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। कोर्ट ने इस महीने की शुरुआत में परवेज टाक को लैला, उनकी मां और चार भाई-बहन की हत्या और सबूतों को नष्ट करने का दोषी ठहराया था। यह मामला 13 वर्ष पुराना है। सौतेले प‍िता ने लैला, उसकी मां व चार भाई-बहनों की हत्या की थी, इसके बाद शवों को फार्म हाउस में गड्ढा खोदकर दफन कर दिया था।

बता दें कि बीते सप्ताह सरकारी वकील पंकज चव्हाण ने दोषी परवेज टाक के लिए मौत की सजा की मांग की थी। उनका कहना था कि इस हत्या को पूरी तरह से प्लान करके किया गया था, जिसमें एक ही परिवार के छह लोगों को बड़ी ही बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया और शवों को ठिकाने लगा दिया गया।

लैला खान हत्याकांड में मंगलवार को कोर्ट में सुनवाई हुई थी। इस दौरान आरोपी के वकील वहाब खान ने दलील पेश की, जिसमें उन्होंने कम से कम आजीवन कारावास की सजा की मांग की। वकील ने कहा कि कोई प्रत्यक्ष सबूत नहीं है और शव उनके कहने पर बरामद किए गए थे। इतना ही नहीं बल्कि दोषी के वकील ने जेल में टाक के अच्छे व्यवहार की ओर इशारा करते हुए कहा कि उसमें सुधार हुआ है और इसलिए उन्होंने इसे भी सजा को कम करने का आधार बताया है। हालांकि कोर्ट ने उनकी एक न सुनी और परवेज टाक को फांसी की सजा सुना दी।

बता दें कि परवेज टाक, लैला का सौतेला पिता है। परवेज ने लैला की मां संग तीसरी शादी की थे। साल 2011 में फरवरी में लैला खान, उनकी मां और चार भाई-बहनों की महाराष्ट्र के नासिक जिले के इगतपुरी स्थित उनके बंगले में हत्या कर दी गई थी। रिपोर्ट्स की मानें तो कहा गया कि संपत्तियों पर बहस के बाद परवेज ने इस घटना को अंजाम दिया था।

Continue Reading

Trending