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अन्तर्राष्ट्रीय

सीरियाई फौजों ने मार गिराए 15 विद्रोही

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दमिश्क | सीरिया के सैन्यबलों ने जॉर्डन के पास दारा प्रांत में जारी सैन्य अभियान में 15 विद्रोहियों को मार गिराया। समाचार एजेंसी ‘सना’ के मुताबिक, सीरिया के सैन्यबलों ने दारा के सैदा शहर में एक सैन्य अभियान शुरू किया था, जिसमें 15 आतंकवादियों को मार गिराया गया और विस्फोटक उपकरणों के निर्माण कारखाने को नष्ट कर दिया।

एजेंसी के मुताबिक, इस अभियान के दौरान मशीनगन लगे कम से कम 50 वाहनों को नष्ट कर दिया गया। इस दौरान, सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि सैदा के सैन्य अभियान में युद्धक विमान भी शामिल थे, जिसमें कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, सैदा सीरिया और जॉर्डन के बीच नासिब सीमा पारगमन के पास स्थित है। कुछ महीने पहले इस पारगमन पर कुछ विद्रोहियों ने कब्जा कर लिया था।

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पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

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नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

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