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मनोरंजन

‘पापनाशम’ की ताकत उसकी पटकथा : कमल हासन

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अभिनेता-फिल्मकार कमल हासन का कहना है कि उनकी आगामी तमिल फिल्म ‘पापनाशम’ की ताकत उसकी पटकथा है, क्योंकि इस विषय पर कई भाषाओं में फिल्में बनी हैं, जो सफल रही हैं। ‘पापनाशम’ मलयालम फिल्म ‘दृश्यम’ की रीमेक है। हासन ने आईएएनएस को बताया, “इस पटकथा पर विभिन्न भाषाओं में फिल्में बन चुकी है और वे सफल भी हुई हैं। इससे सिद्ध होता है कि ‘पापनाशम’ की शक्ति उसकी पटकथा है।”
हासन ने फिल्म में केबल टीवी ऑपरेटर की भूमिका निभाई है। फिल्म का निर्देशन जीतू जोसेफ ने किया है।

फिल्म के सभी किरदार नेल्लई लहजे में बात करते हैं।

उन्होंने कहा, “इस लहजे में मदद के लिए पूरा श्रेय लेखक जेयामोहन और सुका को जाता है। स्थान और भाषा के बारे में उनकी जानकारी काफी मददगार रही। यदि एक शब्द का भी गलत तरीके से उच्चारण किया जाता था तो वह तुरंत टोक देते थे।”

‘पापनाशम’ तीन जुलाई 2015 को रिलीज होने वाली है।

मनोरंजन

हाईकोर्ट पहुंचे जैकी श्रॉफ, बिना इजाजत ‘भ‍िडू’ बोला तो देना होगा 2 करोड़ जुर्माना

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मुंबई। बॉलीवुड के दिग्गज एक्‍टर जैकी श्रॉफ को आपने अक्सर ‘भ‍िडू’ शब्द का प्रयोग करते सुना होगा। कई बार उनसे मुलाकात के दौरान उनके फैंस भी इस शब्द का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन अब अगर आपने आगे से ऐसा किया तो आपको 2 करोड़ रु का जुर्माना देना पड़ सकता है। एक्‍टर ने ‘व्यक्तित्व और प्रचार अधिकारों की सुरक्षा’ के तहत ‘भ‍िडू’ शब्‍द के इस्‍तेमाल पर दिल्‍ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और कई संस्‍थानों के ख‍िलाफ केस किया है।

यह मामला उन संगठनों के खिलाफ दायर किया गया है जो जैकी श्रॉफ का इस्तेमाल उनकी अनुमति के बिना व्यावसायिक लाभ के लिए कर रहे हैं। उम्मीद है कि कोर्ट इस मामले में जल्द ही अपना फैसला सुनाएगा ताकि अभिनेता के प्रचार अधिकारों की रक्षा की जा सके। मामले को कल 14 मई को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है।

यह पहली बार नहीं है कि किसी बॉलीवुड अभिनेता ने गोपनीयता और प्रचार अधिकार के लिए अदालत से मदद मांगी है। इससे पहले दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन ने लोगों को अभिनेता की नकल करने और उनकी सहमति के बिना उनकी आवाज का इस्तेमाल करने से रोकने के लिए मुंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था।

दूसरी ओर पिछले साल अनिल कपूर ने भी अपने व्यक्तित्व अधिकारों की रक्षा के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। इसके अलावा, इस साल जनवरी में अनिल कपूर ने केस जीत लिया। इसमें उन्होंने ‘झकास’ शब्द वाला तकिया कलाम, अपने नाम, आवाज, बोलने के तरीके, छवि, समानता और हावभाव की सुरक्षा की मांग की थी। उनका कहना था कि इसका प्रयोग न किया जाए।

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