Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

बेचा जाएगा माइकल जैक्सन का घर

Published

on

लॉस एंजेलिस,दिवंगत पॉप किंग माइकल जैक्सन,राने घर नेवरलैंड रांच की बिक्री,वाल स्ट्रीट जर्नल

Loading

लॉस एंजेलिस | दिवंगत पॉप किंग माइकल जैक्सन के पुराने घर नेवरलैंड रांच की बिक्री होने जा रही है। ‘वाल स्ट्रीट जर्नल’ के मुताबिक, सिकेमोर वली रांच के नाम से मशहूर 2,700 एकड़ में बने इस घर की कीमत 10 करोड़ डॉलर है। इसमें से चिड़ियाघर के जानवरों को हटा दिया गया है, लेकिन पुष्प घड़ी और ट्रेन स्टेशन अभी भी हैं।

सांता बारबारा से लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित लॉस ओलिवोस में बने इस घर में एक छह शयनकक्षों, 12,000 वर्गफुट के घर और दो अतिथिगृहों सहित 22 भवन हैं। जैक्सन ने 1987 में यह घर 1.95 करोड़ डॉलर में यह घर खरीदा था। इसमें 50 सीटों वाला फिल्म थिएटर भी है। यह घर जैक्सन के खिलाफ लगे बाल यौन उत्पीड़न के आरोप के बाद जांच के घेरे में आ गया था।

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

Published

on

Loading

नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

Continue Reading

Trending