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अन्तर्राष्ट्रीय

आस्ट्रेलिया में समलैंगिक विवाह को कारोबारियों का समर्थन

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कैनबरा| आस्ट्रेलिया के कुछ दिग्गज कारोबारी शुक्रवार को समलैंगिक विवाह के समर्थन में आगे आए हैं। ‘द आस्ट्रेलियन’ समाचारपत्र में समलैंगिक विवाह को समर्थन देने वाली कंपनियों की एक सूची प्रकाशित की गई है।

समाचार चैनल ‘एबीसी’ के मुताबिक, इन कंपनियों में गूगल, आस्ट्रेलिया की प्रमुख विमान कंपनी कंटास एयरलाइन, देश की दूसरी बड़ी दूरसंचार कंपनी ऑप्टस, एएलजेड और कॉमनवेल्थ बैंक शामिल हैं।

अन्य समर्थकों में कानूनी कंपनियां स्लेटर एंड गॉर्डन और गिलबर्ट एंड टॉबिन शामिल हैं। इसके साथ ही आस्ट्रेलिया फुटबाल संघ भी समलैंगिक विवाह को समर्थन दे रहा है।

आस्ट्रेलियन मैरिज इक्वैलिटी के राष्ट्रीय निदेशक रॉडनी क्रूम ने कहा कि इन कंपनियों ने संगठन से संपर्क साधा और कारोबारी समुदाय द्वारा समलैंगिक विवाह को समर्थन देने का संदेश दिया।

उन्होंने कहा कि कंपनियां कार्यस्थल पर विभिन्नता के सम्मान के महत्व और कर्मचारियों और ग्राहकों में समानता को समझ गई है।

आयरलैंड में पिछले सप्ताह समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता दिए जाने के बाद इस सप्ताह आस्ट्रेलिया में इस मुदद्े पर खासी चर्चा हुई है।

प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने कहा कि समलैंगिक विवाह को कानूनी अमलीजामा पहनाने का काम संसद करेगा, न कि कोई एक पार्टी।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

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नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

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