अन्तर्राष्ट्रीय
द.कोरिया में पीएम मोदी बोले- साल भर में भारत के प्रति बदला दुनिया का नजरिया
सियोल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सियोल में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए सोमवार को कहा कि एक साल पहले उनकी सरकार के सत्ता में आने के बाद से भारत के प्रति दुनिया के नजरिए में बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि देश की विदेश नीति में मानवता केंद्र में है। मोदी ने यहां 1,500 भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार की विदेश नीति का मुख्य घटक ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ है। इससे पहले, ‘लुक ईस्ट पॉलिसी’ थी। हमने पिछली संप्रग सरकार के दौरान काफी कुछ देखा है। उन्होंने मोदी, मोदी के नारों के बीच यह बात कही।
बकौल मोदी, उन्होंने देखा है कि कैसे भारत के पड़ोसी तेज गति से आगे बढ़ रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि ब्रिक्स देशों में भारत लड़खड़ा रहा था, लेकिन उनकी सरकार के सत्ता में आने के बाद भारत विकास के मार्ग पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। मोदी ने कहा, “अर्थशास्त्रियों ने अपना मत बदल दिया है। पहले वह कहते थे कि ब्रिक्स देशों में ‘आई’ यानी भारत का महत्व समाप्त हो रहा है और इसने लुढ़कना शुरू कर दिया है।”
सभी अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियों जैसे मूडीज और विश्व बैंक पिछले दो महीने से एक ही सुर अलाप रहे हैं कि भारत विश्व में तेजी से बढ़ रही अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की विदेश नीति में मानवता केंद्र में है और जिस तरह से भारत ने नेपाल में भूकंप पीड़ितों की मदद की उससे यह साफ हो जाता है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने यमन से 4,000 भारतीयों को बाहर निकाला। उन्होंने कहा कि इससे पहले विदेश नीति को कारोबार और वाणिज्य से तौला जाता था।
21 सदी को एशिया की सदी करार देते हुए उन्होंने कहा, “इससे पहले हम सोचते थे कि क्या एशियाई सदी की कहानी में भारत अपनी जगह बना पाएगा? लेकिन अब जिस तरह से भारत बढ़ रहा है, वहां के नागरिकों को लग रहा है कि 21वीं सदी निश्चित रूप से एशिया की होगी।” उन्होंने कहा कि उदास आर्थिक दृष्टिकोण ने पूर्व में निवेशकों और व्यवसायिकों को निराश किया था और लोग देश छोड़ने को थे। उन्होंने कहा, “मैं किसी की आलोचना नहीं करना चाहता, लेकिन यह सच है। पर अब लोगों की मनोदशा में परिवर्तन हो रहा है।”
मोदी ने कहा कि हमने एक नया मार्ग चुना, मानवता का और इसी मानवता को अपनी विदेश नीति के केंद्र में रखा। उन्होंने कहा कि श्रीलंका की सरकार ने मानवता के आधार पर ही पांच भारतीय मछुआरों की मौत की सजा को माफ कर दिया।
अन्तर्राष्ट्रीय
रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में नदी में डूबने से चार भारतीय छात्रों की मौत
मॉस्को। रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में एक नदी में डूबने से चार भारतीय छात्रों की मौत हो गई है। चारों छात्र 18-20 वर्ष की आयु के दो लड़के और दो लड़कियाँ हैं जो वेलिकि नोवगोरोड शहर में पास के नोवगोरोड स्टेट यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे थे।
स्थानीय मीडिया के अनुसार, एक भारतीय छात्रा वोलखोव नदी में किनारे से थोड़ा दूर चली गई थी और डूबने लगी तो उसके चार साथी उसे बचाने की कोशिश में लग गए। खबरों के अनुसार, उसे बचाने की कोशिश में तीन और छात्र नदी में डूब गए। एक लड़के को स्थानीय लोगों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
मास्को में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘हम शवों को जल्द से जल्द परिजनों तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। जिस छात्र की जान बचाई गई है, उसका उचित इलाज किया जा रहा है।’’
सेंट पीटर्सबर्ग में भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने कहा कि छात्र वेलिकी की नोवगोरोद स्टेट यूनिवर्सिटी में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे। उसने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘शोक-संतप्त परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं।’’ उसने बताया कि परिजनों तक शव जल्द से जल्द पहुंचाने के लिए वेलिकी नोवगोरोद के स्थानीय अधिकारियों के साथ संपर्क बना हुआ है।
-
नेशनल3 days ago
JDU नेता केसी त्यागी का बड़ा बयान- ‘नीतीश कुमार को इंडिया अलायंस ने दिया था पीएम पद का ऑफर’
-
नेशनल2 days ago
मोदी 3.0: यूपी के इन चेहरों को मिल सकता है मंत्रिपद
-
नेशनल3 days ago
लगातार तीसरी बार लोकसभा के नेता चुने जाने पर पीएम मोदी को सीएम योगी ने दी बधाई
-
नेशनल2 days ago
पीएम मोदी के शपथ ग्रहण में शामिल होंगे मल्लिकार्जुन खड़गे, कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी पहुंचे भारत
-
नेशनल2 days ago
पीएम मोदी आज लेंगे शपथ, 40 सांसद भी बन सकते हैं मंत्री
-
नेशनल3 days ago
दिल्ली पहुंची बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना, पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में होंगी शामिल
-
बिजनेस3 days ago
एलन मस्क ने दी पीएम मोदी को जीत की बधाई, कहा- मेरी कंपनियां भारत में शानदार काम करेंगी
-
नेशनल1 day ago
मोदी कैबिनेट: 71 सांसदों ने ली मंत्रिपद की शपथ, जातिगत समीकरण का रखा गया खास ध्यान