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गिरफ्तारी से बच रहे रामपाल, भक्तों ने छोड़ा आश्रम

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बरवाला (हरियाणा)| हरियाणा के विवादित संत रामपाल बुधवार को भी गिरफ्तारी से बचने की कोशिश कर रहे हैं। उनके बचाव में डटे सैंकड़ों भक्तों ने सुबह आश्रम छोड़ दिया है। सुरक्षा बलों और रामपाल के भक्तों के बीच मंगलवार को हुई हिंसक झड़प में करीब 250 लोगों के घायल होने के बाद सख्त पुलिस कार्रवाई के भय से रामपाल का बचाव के लिए आश्रम में डेरा डाले भक्त आश्रम छोड़कर जाने लगे हैं।

झड़प में घायल होने वालों में 110 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।

जिला प्रशासन ने बताया कि आश्रम की 20 फुट ऊंची चारदीवारी गिरा दिए जाने के बाद पांच दिनों से अंदर डेरा डाले हुए करीब 10,000 भक्त बुधवार सुबह आश्रम छोड़कर जाने लगे हैं।

एक जिलाधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “हमने आश्रम छोड़कर जा रहे लोगों को बरवाला, हिसार और हांसी बसअड्डों और रेलवे स्टेशन तक पहुंचाने के लिए वाहनों की व्यवस्था की है।”

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 12 एकड़ के क्षेत्र में फैले आश्रम के अंदर अब भी रामपाल के कुछ समर्थक डेरा डाले हैं। आश्रम प्रबंधन ने यद्यपि यह दावा किया है कि रामपाल आश्रम में नहीं हैं, हरियाणा के पुलिस महानिदेशक एस. एन. वशिष्ठ ने कहा कि रामपाल आश्रम के अंदर ही छिपा बैठा है।

आश्रम छोड़कर जा रहे लोगों में से ज्यादातर का कहना है कि आश्रम के स्वयंसेवकों और निजी कमांडोज ने उन्हें जबरन अंदर रोककर रखा था।

पुलिस ने रामपाल के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं, जिन पर पहले से ही हत्या, देशद्रोह के लिए लोगों को उकसाने और न्यायालय की अवमानना के मामले दर्ज हैं।

रामपाल के समर्थकों द्वारा मंगलवार को पुलिस बल को आश्रम में घुसने से रोकने की कोशिश में दोनों पक्षों में हिंसक झड़प हुई थी।

रामपाल के भक्तों ने पुलिस पर फायरिंग, पेट्रोल बम और एसिड और ईंट-पत्थरों से हमला भी किया था।

चंडीगढ़ उच्च न्यायालय द्वारा बार-बार सम्मन भेजने के बावजूद रामपाल न्यायालय में पेश होने से बचते रहे, जिसके बाद पांच नवंबर को न्यायालय ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया।

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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