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अन्तर्राष्ट्रीय

अफगानिस्तान के बदख्शां में क्रैश हुआ विमान भारत का नहीं, DGCA के अधिकारियों ने दी जानकारी

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The plane that crashed in Badakhshan

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काबुल। अफगानिस्तान में मोरक्को का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। यह एक चार्टर्ड विमान है, जो अज्ञात स्थान की ओर जा रहा था। पहले अफगान मीडिया ने दावा किया था कि यह भारतीय यात्री विमान था, जिसने रूस की राजधानी मॉस्को के लिए उड़ान भरी थी। यह विमान उत्तरपूर्वी अफगानिस्तान के बदख्शां प्रांत में दुर्घटनाग्रस्त में क्रैश हुआ है। इस प्रांत की सीमा चीन, ताजिकिस्तान और पाकिस्तान से लगती है। हालांकि, अभी तक विमान हादसे की सटीक जगह का पता नहीं चल सका है।

भारत सरकार ने क्या बताया

भारत के मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन ने बताया कि अफगानिस्तान में अभी जो दुर्भाग्यपूर्ण विमान दुर्घटना हुई है, वह न तो भारतीय शेड्यूल विमान है और न ही नॉन शेड्यूल (एनएसओपी)/चार्टर विमान है। यह मोरक्को में पंजीकृत छोटा विमान है। अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है। इससे यह तो साफ हो गया है कि अफगानिस्तान में कोई भारतीय विमान हादसे का शिकार नहीं हुआ है।

अफगानिस्तान के प्रांतीय प्रवक्ता ने दी जानकारी

बदख्शां प्रांत के प्रांतीय सूचना विभाग के प्रमुख जबीहुल्लाह अमीरी ने कहा, “विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है लेकिन स्थान अभी तक ज्ञात नहीं है। हमने टीमें भेजी हैं लेकिन वे अभी तक नहीं पहुंची हैं।” उन्होंने कहा, “हमें सुबह स्थानीय लोगों ने सूचित किया।” यह प्रांत हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला में स्थित है, जहां अफगानिस्तान का सबसे ऊंचे पर्वत माउंट नोशाक स्थित है। माउंट नोशाक की ऊंचाई समुद्र तल से 7,492 मीटर (24,580 फीट) है।

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

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नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

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