Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान की वर्तमान बदहाली के लिए जनरल बाजवा और फैज जिम्मेदार: नवाज शरीफ

Published

on

Nawaz Sharif

Loading

लंदन/इस्‍लामाबाद। पाकिस्‍तान के दिग्‍गज नेता नवाज शरीफ ने पाकिस्‍तान की वर्तमान बदहाली के लिए पूर्व सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और पूर्व आईएसआई चीफ जनरल फैज को जिम्‍मेदार ठहराया है। उन्‍होंने फैज पर चुनाव में धांधली करवाने का आरोप लगाया।

पूर्व प्रधानमंत्री और पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ ने साल 2018 में इमरान खान की पीटीआई सरकार स्थापित करने को लेकर पाकिस्तान के जनरल (सेवानिवृत्त) बाजवा और लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) फैज हमीद को निशाना बनाया है।

द न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह सहित अपनी पार्टी के सहयोगियों के साथ बातचीत के बाद गुरुवार शाम लंदन में मीडिया से बात करते हुए यह बड़ा बयान दिया। शरीफ ने लोगों को 16 अक्टूबर, 2020 को एक पीडीएम रैली में अपने गुजरांवाला भाषण की याद दिलाई।

इसमें उन्होंने पूर्व सेना प्रमुख जनरल (सेवानिवृत्त) कमर बाजवा और पूर्व आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) फैज हमीद पर चुनावों में धांधली करने, संविधान का उल्लंघन कर खान को प्रधानमंत्री के रूप में स्थापित करने, उनकी सरकार को हटाने, मीडिया का मुंह बंद करने, न्यायपालिका पर दबाव बनाने और विपक्षी नेताओं को पीड़ित करने का सीधा आरोप लगाया था।

पाकिस्‍तान पर कब्जा करने की साजिश

शरीफ ने कहा कि उन्होंने गुजरांवाला के भाषण में इस ओर इशारा किया था कि पाकिस्तान की बदहाली के लिए कौन जिम्मेदार है और कैसे लोगों के एक समूह ने देश पर कब्जा करने की साजिश रची। द न्यूज ने हाल ही में खबर दी थी कि शरीफ ने पाकिस्तान को बर्बादी के करीब लाने के लिए चार लोगों- सेवानिवृत्त न्यायाधीश साकिब निसार, आसिफ सईद खोसा, जनरल (सेवानिवृत्त) बाजवा, लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) फैज हमीद और इमरान खान को जिम्मेदार ठहराया था।

शरीफ ने अपने बेटे के कार्यालय के बाहर मीडिया से कहा कि अपने और पाकिस्तान के साथ हुई क्रूरता और अन्याय के बारे में राष्ट्र को सूचित करते समय उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा। ‘हमारे साथ अन्यायपूर्ण और क्रूर व्यवहार किया गया है और यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं इसे इंगित करूं।’

द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान के लोग उन दो सेवानिवृत्त जनरलों के ‘चेहरे और चरित्र’ से अच्छी तरह वाकिफ हैं, जिनके बारे में माना जाता है कि वे तब्दीली परियोजना को लागू करने के पीछे थे, जिसकी परिकल्पना मूल रूप से पूर्व खुफिया प्रमुख जनरल शुजा पाशा, जनरल जहीर-उल-इस्लाम और उनके सहयोगी द्वारा की गई थी।

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

Published

on

Loading

नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

Continue Reading

Trending