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IS सरगना अल-हसन अल कुरैशी युद्ध में ढेर, प्रवक्ता ने जारी किया ऑडियो

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बेरूत। इस्लामिक स्टेट का सरगना अबू अल-हसन अल हाशिमी अल कुरैशी हाल ही में युद्ध में ढेर कर दिया गया है। इस्लामिक स्टेट के प्रवक्ता ने बुधवार को एक ऑडियो जारी करते हुए इसकी जानकारी दी। उन्होंने इससे जुड़ा और कोई ब्योरा नहीं दिया है।

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अल-कुरैशी इस साल मारा जाने वाला IS का दूसरा लीडर है। IS अपने स्लीपर सेल के जरिए इराक और सीरिया में घातक हमला करते हुए एक बार फिर से खड़ा होने की कोशिश कर रहा है। अफगानिस्तान में भी ISKP ने कई हमलों की जिम्मेदारी ली है।

अमेरिकी सेना ने कहा कि अल-कुरैशी अक्टूबर में मारा गया था। उन्होंने बताया था कि यह अभियान सीरिया के दक्षिणी प्रांत दारा में सीरियाई विद्रोहियों की ओर से चलाया गया था। अभी यह साफ नहीं हो सका है कि बुधवार को IS ने लगभग एक महीने बाद अल कुरैशी के मारे जाने की पुष्टि क्यों की है।

अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने कहा, ‘ISIS इस क्षेत्र के लिए खतरा बना हुआ है।’ ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूम राइट्स ने भी अक्टूबर में अल कुरैशी के मारे जाने की पुष्टि की थी।

हार चुका है IS

ऑब्जर्वेटरी ने कहा, ‘कमांडर एक इराकी नागरिक था और उसके साथ लेबनानी लड़ाके शामिल थे। इन लड़ाकों में एक ने बम से बंधा हुआ बेल्ट पहन रखा था और खुद को उड़ा लिया।’ अल कुरैशी के बारे में बहुत कम जानकारी है।

बगदादी की मौत के बाद अबू इब्राहिम अल-हाशिमी अल-कुरैशी ने IS का नेतृत्व संभाला था। हालांकि इनका आपस में कोई संबंध नहीं रहा है। IS 2017 में इराक और इसके दो साल बाद सीरिया में हार गया था। अब सरगना की मौत ने उसे एक और झटका दिया है।

IS ने बनाया नया सरगना

IS के प्रवक्ता अबू उमर अल-मुहाजेर ने यह घोषणा ऐसे समय में की है जब IS सीरिया और इराक के कुछ हिस्सों में हमला करने की कोशिश में जुटा है। अल-मुहाजेर ने कहा, ‘वह अल्लाह के दुश्मनों से लड़ते हुए शहीद हुआ।’

अल मुहाजिर ने कहा, ‘ग्रुप का नया सरगना अब अबू अल-हुसैन अल-हुसैनी अल-कुरैशी है, जो इस्लामिक स्टेट के वफादार बेटों में से है।’ अक्टूबर 2019 में अमेरिका ने IS के संस्थापक अबू बकर अल-बगदादी को ढेर कर दिया था। बगदादी के मरने के बाद मारा गया अल कुरैशी तीसरा लीडर है।

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अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

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नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

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