Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

शाही इमाम की अपील- चंद लोग है जो चाहते हैं कौम की बर्बादी, रहना होगा सावधान

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पैगंबर मोहम्मद पर भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के चलते देश विभिन्न स्थानों पर जुमे की नमाज के बाद हो रहे हिंसक प्रदर्शनों को लेकर सैयद अहमद बुखारी ने अपील जारी की है।

पुरानी दिल्ली स्थित जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने देशवासियों का आह्वान किया है कि वे ऐसे तत्वों पर नजर बनाए रखें जो मुल्क को दंगे की आग में झोंकना चाहते हैं।

आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्​दीन ओवैसी, जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष अरशद मदनी व महमूद मदनी के साथ ही तौकिर रजा खान जैसे नेताओं का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि ऐसे चंद लोग है जो कौम को बर्बादी की राह पर ले जाना चाहते हैं, ऐसे तत्वों से सावधान रहना होगा। इसके लिए समाज के समझदार व जिम्मेदार लोग, जनप्रतिनिधि व बुजुर्ग लोगों को सामने आना होगा।

उन्होंने अब तक देशभर में हुए हिंसक प्रदर्शनों को गलत बताते हुए कहा कि यह जरूरी था कि इसके लिए पहले से प्रशासन से सहमति ली जाती। समाज के लोगों को भी साथ में लिया गया होता।

उन्होंने कहा यह सही है कि पैंगबर मुहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी से लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है, लेकिन इसका विरोध करने का तरीका अलग होता। शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन होता। उसमें बच्चों और युवाओं को शामिल नहीं किया जाता, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। चंद लोगों ने पत्थर फेंकने शुरू किए।

इसका नतीजा यह है कि दो युवाओं की मौत गोली लगने से हुई। इसके साथ ही कई लोग घायल हुए हैं। कई लोगों पर मुकदमें हुए हैं। कई जेलों में बंद हैं। इनमें ऐसे बहुत से लोग हैं जो गरीब है और पैरवी के लिए और जमानत के लिए उनके पास पैसे नहीं है।

अपने आडियो संदेश में शाही इमाम ने कहा कि अगर जज्बात में बहने के साथ उसके अंजाम के बारे में भी सोच लिया गया होता तो यह नहीं होता, जैसा माहौल और मंजर आज मुल्क का है।

उन्होंने कहा वह भी पिछले जुमे को तकरीरे कर सकते थे। बस माइक उठाकर बोलना ही तो था, लेकिन उन्होंने यह नहीं किया, क्योंकि ऐसा करना इस जज्बाती माहौल में आग में तेल छिड़कने जैसा होता।

पिछले शुक्रवार को जुमे के दिन जामा मस्जिद परिसर और बाहर प्रर्दशनों का कसूरवार चंद गैर जानकार लोगों को ठहराते हुए कहा कि वे पता नहीं कहा से आए और नारे लगाकर व पोस्टर लहराकर चले गए। सोचने वाली बात कि उनके शुरूआती नारे दिल्ली पुलिस के खिलाफ थे। यह माहौल को खराब करने की पूरी कोशिश थी, पर हालात को संभाल लिया गया।

नेशनल

बाबा रामदेव की सोन पापड़ी भी टेस्ट में ‘फेल’, असिस्टेंट मैनेजर समेत 3 को 6 महीने की जेल

Published

on

Loading

नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। भ्रामक विज्ञापनों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि को फटकार लगाई थी। अब पतंजलि कंपनी की सोन पापड़ी फूड टेस्‍ट में फेल गई है। मुख्‍य न्‍यायिक मजिस्‍ट्रेट ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के असिस्‍टेंट मैनेजर सहित तीन लोगों को छह महीने जेल की सजा सुना दी है। तीनों पर जुर्माना भी लगाया गया है। खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 की धारा 59 के तहत सजा सुनाई गई है। असिस्टेंट मैनेजर को 50 हजार और अन्य 2 दोषियों को 10 और 25 हजार रुपये जुर्माना भरना होगा। मामले में शिकायतकर्ता की ओर से रितेश वर्मा ने पैरवी की।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 17 अक्टूबर 2019 को जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने उत्तराखंड के पिथौरागढ़ बेरीनाग बाजार का दौरा किया था। इस दौरान बेरीनाग बाजार स्थित लीलाधर पाठक की दुकान में रेड मारी गई। जांच करते हुए रेड टीम ने पतंजलि नवरत्न इलायची सोन पापड़ी के सैंपल लिए और उन्हें जांच के लिए रुद्रपुर की लैंब में भेजा गया। साथ ही सप्लायर रामनगर कान्हा जी और पतंजलि को नोटिस जारी किए गए।

जांच में मिठाई की क्वालिटी घटिया मिली। सैंपल फेल हो गया और पुलिस ने एक्शन लेकर पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के असिस्टेंट जनरल मैनेजर अभिषेक कुमार, कान्हा जी डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड रामनगर के असिस्टेंट मैनेजर अजय जोशी, दुकानदार लीलाधर पाठक को गिरफ्तार कर लिया। तीनों के खिलाफ सुनवाई पूरी होने के बाद बीते दिन जेल और जुर्माने की सजा सुनाई गई।

Continue Reading

Trending