Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

आशीष मिश्रा को किया गया गिरफ्तार, पूछ-ताछ में नहीं किया था सहयोग

Published

on

Loading

केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को 9 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने बताया कि उन्हें पूछताछ के दौरान सहयोग नहीं करने के लिए गिरफ्तार किया गया था। डीआईजी ने कहा कि ‘मिश्रा को कोर्ट में पेश किया जाएगा।’अग्रवाल लखीमपुर खीरी कांड में मंत्री के बेटे और अन्य के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी की जांच कर रही निगरानी समिति का नेतृत्व कर रहे हैं। करीब 12 घंटों की पूछ-ताछ के बाद देर रात आशीष को गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल पुलिस आशीष को जिला कारागार लखीमपुर ले गई है।

आशीष की हुई गिरफ़्तारी, 14 दिन की रिमांड में भेजा गया जेल

बता दें कि आशीष को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज गया है। सोमवार को पुलिस उन्हें रिमांड पर लेने की अर्जी देगी।
मामले में सात अक्टूबर को दो लोगों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आशीष मिश्रा के घर के बाहर नोटिस चस्पा किया था। 3 अक्टूबर को हुई हिंसा में मारे गए आठ लोगों में से चार किसान थे, जिन्हें कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं को ले जा रहे एक वाहन ने टक्कर मार दी थी। किसानों ने दावा किया कि आशीष मिश्रा वाहनों में से एक में थे। वहीं आशीष और उनके पिता ने आरोप से इनकार किया, जो कहते हैं कि ‘मै यह साबित करने के लिए सबूत पेश कर सकता हूं कि मैं उस समय एक कार्यक्रम में था।’

Also Read-महाराष्ट्र के मंत्री ने एनसीबी की रेड पर उठाए सवाल, वानखेडे से पूछा-तीन आरोपियों को क्यों छोड़ा

दरअसल पुलिस ने मजिस्ट्रेट दिक्षा भारती से 3 दिन की कस्टडी रिमांड मांगी थी, लेकिन आशीष के‌ अधिवक्ता के विरोध करने पर मजिस्ट्रेट ने न्याय हित में ना होने के कारण रिमांड एप्लिकेशन को ख़ारिज कर दिया। जानकारी के मुताबिक इस मामले की सुनवाई सोमवार को फिर से की जाएगी।

उत्तर प्रदेश

मोहिनी दुबे हत्याकांड: IAS के ड्राइवर ने भाई और साथी के साथ मिलकर दिया था वारदात को अंजाम, मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के इंदिरा नगर इलाके में रिटायर्ड आईएएस देवेंद्र नाथ दुबे की पत्नी की हत्या के आरोपी तीनों बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसी के साथ पुलिस ने उनके पास से लूटा गया जेवर और नगदी भी बरामद कर ली है। इस पूरी वारदात को देवेंद्र नाथ के ड्राइवर अखिलेश, उसके भाई रवि और एक साथी रंजीत ने अंजाम दिया था।

मंगलवार को पुलिस मोहिनी दुबे हत्याकांड के आरोपियों को पकड़ने गई थी। तभी आरोपियों ने पुलिस के ऊपर फायरिंग कर दी।
जवाबी फायरिंग में एक बदमाश के पैर में गोली लगी है। लखनऊ की इंदिरा नगर क्राइम ब्रांच और पुलिस टीम मुठभेड़ में शामिल हुई थी। तीनों आरोपियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। मुठभेड़ के दौरान बड़ी संख्या में पुलिसबल और सादी वर्दी में पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद रहे। वारदात को रवि व रंजीत ने अंजाम दिया था जबकि अखिलेश देवेंद्रनाथ दुबे को लेकर वापस लौटा था। पुलिस टीम अब से कुछ ही देर में प्रेस कांफ्रेंस कर मामले का खुलासा करेगी। हत्यारे वारदात के बाद दोनों नीले रंग की स्कूटी से भागते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे।

बता दें कि इंदिरानगर सेक्टर 20 में शनिवार सुबह सेवानिवृत आईएएस देवेंद्र दुबे के घर में घुसकर बदमाशों ने उनकी पत्नी मोहिनी की हत्या कर दी थी। इसके बाद अलमारी में रखे जेवरात और नकदी लूट ले गए थे। मामले में पुलिस को पहले भी ड्राइवरों पर ही शक था। कई पुख्ता सुबूत इस ओर इशारा कर रहे थे। दोनों चालकों रवि और अखिलेश से सोमवार को पुलिस ने लंबी पूछताछ की थी। दोनों के अलावा और भी कई लोगों से पुलिस ने पूछताछ की थी। सीसीटीवी फुटेज से पता चला था कि बदमाश नीले रंग की स्कूटी से आए थे और उसी से भागे थे। हत्यारों ने अपने परिचित की स्कूटी का इस्तेमाल किया। नंबर प्लेट निकाल दी थी। स्कूटी पुलिस ने बरामद कर ली थी। वहीं, सीसीटीवी से हत्यारों की पहचान भी हो गई थी।

 

Continue Reading

Trending