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अन्तर्राष्ट्रीय

कोरोना वायरस से पत्रकार की मौत, पीएम मोदी जताया दुख

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नई दिल्ली। अमेरिका में कोरोना वायरस का कोहराम जारी है। अकेले अमेरिका में कोरोना ने अब तक 12 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। उधर दुनियाभर में संक्रमितों की संख्या 14 लाख को पार हो गयी है, तो 80,910 लोगों की मौत हो चुकी है।

इस बीच कोरोना वायरस की चपेट में आने से अमेरिका के न्यूयॉर्क में भारतीय मूल के पत्रकार ब्रह्म कांचीबोटला का निधन हो गया है। खबरों के मुताबिक वो अमेरिका में कोरोना से जुड़ी खबर को कवर करने के दौरान संक्रमित हो गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रह्म कांचीबोटला के निधन पर दुख जताया है।

उन्होंने ट्वीट किया है कि, भारतीय पत्रकार ब्रह्म कांचीबोटला के निधन से गहरा दुख हुआ। उन्हें उनके बेहतरीन काम और भारत और अमरीका को करीब लाने के प्रयासों के लिए याद किया जाएगा। उनके परिवार तथा मित्रों के लिए संवेदनाएं।

उधर दुनिया भर में कोरोना की चपेट में आने से हताहतों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। इटली, स्पेन, अमेरिका के बाद अब फ्रांस में भी कोरोना से मरने वालों की संख्या 10,328 हो गयी है। स्पेन में 13,897 लोगों की इस बिमारी की चपेट में आने से मौत हो चुकी है। इटली में मौत का आंकड़ा 17,127 हो गया है।

इधर, कोरोना महामारी का केंद्र रहे चीन के वुहान शहर से 76 दिन बाद लॉकडाउन हटा दिया गया है। बुधवार आधी रात के बाद से वुहान के लोग लॉकडाउन के कैद से आजाद होंगे। कोरोना के मामले सामने आने के बाद 23 जनवरी को शहर में लॉकडाउन का ऐलान किया गया था।

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

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नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

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