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अन्तर्राष्ट्रीय

कार हो या क्लासरूम हर जगह छात्र से संबंध बनाने लगती थी महिला टीचर, फिर एक दिन….

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नई दिल्ली। अमेरिका के अरिजोना में एक महिला टीचर को छात्र से जबरन संबंध बनाने का दोषी पाए जाने के बाद कोर्ट ने 20 साल जेल की सजा सुनाई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महिला टीचर छात्र से कार-क्लासरूम में संबंध बनाया करती थी साथ ही वो छात्र को अश्लील मैसेज भी भेजा करती थी। पीड़ित छात्र की उम्र महज 13 साल है।

कोर्ट में सुनवाई के दौरान 28 साल की शादीशुदा महिला टीचर ब्रिटनी जमोरा ने कहा- ‘मैं एक अच्छी और सच्ची इंसान हूं जिसने गलती की और इसके लिए काफी अफसोस है।’ टीचर ने कहा कि वह समाज के लिए किसी भी तरह खतरा नहीं है।

कोर्ट में सुनवाई के दौरान टीचर ने जज से यह भी कहा कि वह जेल में अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहती है और नई डिग्री हासिल करना चाहती है ताकि जेल से बाहर आने पर नई जिंदगी शुरू कर सके। हालांकि, कोर्ट के फैसले में ये शर्त रखी गई है कि टीचर को अच्छे व्यवहार के बदले जेल से नहीं छोड़ा जाएगा।

जेल से बाहर आने के बाद टीचर को सेक्स ऑफेंडर रजिस्टर में नाम दर्ज कराना होगा। 6th क्लास के बच्चों को पढ़ाने वाली टीचर को मार्च 2018 में गिरफ्तार कर लिया गया था।

पीड़ित बच्चे के पैरेंट्स के मुताबिक जब उन्होंने अपने बेटे के व्यवहार में कुछ बदलाव देखा तो उन्होंने एक पैरेंटल कंट्रोल ऐप उसके फोन में इंस्टॉल कर दिया। यह ऐप मैसेजिंग ऐप पर होने वाली संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखता है।

ऐप के जरिए ही पैरेंट्स को छात्र और टीचर के बीच होने वाली आपत्तिजनक बातचीत की जानकारी मिली। पूछताछ करने पर पीड़ित बच्चे से विस्तार से जानकारी दी और संबंध बनाना स्वीकार किया।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

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नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

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